जम्मू, (वार्ता) जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात ने गुरुवार को व्यापक परिचालन समीक्षा करने के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बसंतगढ़ इलाकों का दौरा किया।
डीजीपी के साथ आनंद जैन, एडीजीपी जम्मू जोन; रईस मोहम्मद भट, डीआईजी यूआर रेंज; अमोद नागपुरे, एसएसपी उधमपुर और सीआरपीएफ और सेना के अधिकारी थे।
डीजीपी ने फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी) में तैनात सभी कर्मियों के साथ भी बातचीत की और शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के लिए उनकी निरंतर प्रतिबद्धता की सराहना की। कठिन कामकाजी परिस्थितियों को स्वीकार करते हुए, उन्होंने उनके समर्पण और लचीलेपन की सराहना की।
उन्होंने कर्मचारियों से खतरों का निरंतर सामना करने का आग्रह किया, यह सुनिश्चित करते हुए कि स्थानीय जनसंख्या की सुरक्षा और कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहे।
समुदाय की भागीदारी के महत्व को उजागर करते हुए, डीजीपी ने बसंतगढ़ के निवासियों और पुलिस के बीच विश्वास एवं सहयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने अधिकारियों को अपने आउटरीच प्रयासों को तेज करने, सार्वजनिक शिकायतों का तुरंत समाधान करने और क्षेत्र में सुरक्षा एवं एकता की मजबूत भावना बनाने के लिए स्थानीय हितधारकों के साथ निकटता से काम करने का निर्देश दिया।
यात्रा के दौरान, डीजीपी ने क्षेत्र में पुलिस अवसंरचना और संचालन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए चल रहे विकास पहलों की समीक्षा की।
उन्होंने उपकरणों के आधुनिकीकरण, गतिशीलता में सुधार और किसी भी सुरक्षा चुनौतियों के प्रति त्वरित एवं प्रभावी प्रतिक्रियाओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के महत्व पर बल दिया।
एडीजीपी, डीआइजी और एसएसपी ने डीजीपी को वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य के बारे में जानकारी दी, जिसमें कानून-व्यवस्था बनाए रखने में प्रमुख विकास और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया।
उन्होंने किसी भी कमियों को दूर करने और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे उपायों पर भी चर्चा की।