जबलपुर: रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में ई सी की बैठक का आयोजन किया गया। जहां पर बैठक में आए हुए प्रमुख सुझावों और प्रस्तावों पर गहन चर्चा करने के बाद कई प्रस्ताव पर मोहर लग चुकी है। जिसमें से सबसे मुख्य प्रस्ताव जिसमें अब विश्वविद्यालय के सभी डिग्री, मार्कशीट और पत्राचार में भारत शब्द का उपयोग किया जाएगा। इस नवाचार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि डिग्री, मार्कशीट और अन्य आधिकारिक दस्तावेजों में देश के नाम का एक समान और स्पष्ट संदर्भ हो, जिससे पहचान और प्रमाणन में कोई भ्रम न हो। भारत शब्द का उपयोग भारतीय संदर्भ को स्पष्ट करता है और यह भारत की सांस्कृतिक और राष्ट्रीय पहचान को बढ़ावा देता है। इसके अलावा बैठक में पीएचडी की प्रवेश परीक्षा को लेकर भी कुछ सुझाव सामने आए थे, जिसके चलते अब पीएचडी की प्रवेश परीक्षा भी ऑर्डिनर 11 के अनुसार ही कराई जाएगी। ई सी की बैठक में मुख्य रूप से कुलगुरु डॉ राजेश कुमार वर्मा, कुलसचिव, एडी संतोष जाटव, ई सी मेंबर रोहित सिंह, कार्यपरिषद सदस्य चंद्रशेखर पटेल, संजय त्रिपाठी, सहित अन्य ऑनलाइन भी जुड़े थे।
विवि में जल्द ही शुरू होगा कुलगान
जानकारी के अनुसार ई सी की बैठक में एक प्रमुख सुझाव प्रस्ताव आया था जिसमें विश्वविद्यालय में एक गान का उपयोग किया जाए। जिसमें प्रमुख आयोजनों में इस गान के चलते विवि में अलग ही पहचान साबित होगी। जिसके लिए एक अच्छे गान को तैयार किया जा रहा है, इस प्रस्ताव को भी ई सी की बैठक में सर्वसम्मति से पारित किया गया है। जिसके चलते विश्वविद्यालय में कुलगान जल्द ही शुरू होगा।
लीगल ओपिनियन लेकर होगा समस्याओं का निराकरण
ई सी की बैठक में कर्मचारियों- अधिकारियों और प्राध्यापकों की समस्याओं को लेकर भी गहन चर्चा की गई। जिसमें कई प्रकार के सुझाव और प्रस्ताव भी रखे गए। जिसके बाद सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया कि कर्मचारी- अधिकारी और प्राध्यापकों की कोई भी समस्या रहती है तो, रजिस्टार और संबंधित विभाग लीगल ओपिनियन लेकर उनकी समस्याओं का निराकरण करेंगे। अगर किसी भी कर्मचारी को अपनी समस्या का निराकरण बैठक में करना होगा तो वह अगली ई सी बैठक में समस्या को रखकर निराकरण कर सकते हैं।