कर्मचारियों, शिक्षकों को इलाज उपलब्ध कराने अस्पतालों से होगा अनुबंध
विश्वविद्यालय कार्यपरिषद् की बैठक में कई अनुशंसाओं को दी स्वीकृति
इन्दौर:विश्वविद्यालय कार्यपरिषद् की बैठक ईएमआरसी, तक्षशिला परिसर में आयोजित की गई. बैठक में वित्त समिति की कई अनुशंसाओं को कार्यपरिषद् ने स्वीकृति प्रदान की.
बैठक में जनजातीय अध्ययनशाला एवं विकास केन्द्र की स्थापना हेतु बजट में 14.50 लाख के प्रावधान को पारित किया गया. आई.आई.पी.एस. संस्थान द्वारा अंतराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित करने हेतु 14 लाख के बजट को पारित किया गया. विश्वविद्यालय के पूर्णकालिक शिक्षकों को राष्ट्रीय/ अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र प्रस्तुत करने हेतु वित्तीय सहायता के प्रावधान को कार्यपरिषद् ने मान्य किया. विश्वविद्यालय स्थित स्वास्थ्य केन्द्र में स्त्री रोग विशेषज्ञ की उपलब्धता के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई.
कुलगुरु ने सदस्यों को अवगत कराया कि झाबुआ स्थित महाविद्यालयों में विज्ञान विषय के शिक्षण के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा ऑनलाईन कक्षाएं आयोजित की जाएगी एवं विश्वविद्यालय अपना एक केन्द्र झाबुआ में स्थापित करेगा. कुलगुरु ने सदस्यों को सूचित किया कि केन्द्रीय होम्योपैथी अनुसंधान केन्द्र, आयुष मंत्रालय के साथ एम.ओ.यू. स्थापित किया जायेगा जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय में एक होम्योपैथी शोध केन्द्र स्थापित किया जाएगा. विश्वविद्यालय के कर्मचारियों, शिक्षकों एवं अधिकारियों हेतु ओपीडी की सुविधा के अंतर्गत इलाज उपलब्ध कराने के लिए इन्दौर के विभिन्न अस्पतालों से सीजीएसएस रेट्स पर अनुबंध किया जायेगा.
कार्यालय में आधे घंटे बिजली का नहीं करेंगे उपयोग
कार्यपरिषद् सदस्य ओम शर्मा के प्रस्ताव पर यह निर्णय लिया कि विश्वविद्यालय के समस्त कार्यालयों में प्रतिदिन 1.30 से 2 बजे तक बिजली का उपयोग नहीं किया जायेगा. कार्य परिषद् सदस्य डॉ. वैशाली वाईकर ने माँ अहिल्या के जन्म के त्रिशताब्दी वर्ष के अवसर पर विश्वविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन का प्रस्ताव दिया जिस पर कुलगुरु ने अवगत कराया कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह में त्रिशताब्दी वर्ष के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे. डॉ. ए.के. द्विवेदी ने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय में नवागत विद्यार्थियों हेतु आयोजित दीक्षारंभ कार्यक्रम में माँ अहिल्या के जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन किया जाए. इन समस्त प्रस्तावों को कार्यपरिषद् ने मान्य किया.
एप से संचालित होगी कार्रवाई
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा नवाचार करते हुए कार्यपरिषद् की समस्त कार्रवाई को एक ऐप द्वारा संचालित किया जाएगा. जो कि देश के किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा की गई प्रथम एवं अनूठी पहल होगी. कार्यपरिषद् सदस्य ओम शर्मा द्वारा एक राष्ट्र एक नाम- भारत की अवधारणा के अंतर्गत विश्वविद्यालय के समस्त अभिलेखों एवं दैनंदिनी कार्य में भारत नाम का ही उपयोग किये जाने के प्रस्ताव को कार्यपरिषद् ने स्वीकृति प्रदान की.
छात्रावास व अतिथि गृह का किया अवलोकन
बैठक के अंत में कार्यपरिषद् सदस्य के रूप में कार्यकाल समाप्त होने पर प्रो. गणेश्वर मिश्रा का सम्मान किया गया. बैठक समाप्ति के पश्चात कार्यपरिषद् सदस्य, कुलगुरु एवं कुलसचिव विश्वविद्यालय के छात्रावास एवं अतिथिगृह पहुंचे तथा वहां की व्यवस्था का अवलोकन किया एवं विद्यार्थियों से चर्चा की