नयी दिल्ली 10 जनवरी (वार्ता) कांग्रेस ने कहा है कि अगर दिल्ली में उसकी सरकार बनती है कि आस्था के महापर्व छठ को महाकुंभ की तर्ज पर मनाया जाएगा।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य एवं बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि पूर्वांचल के लोगों के छठ पर्व के प्रति आस्था का सम्मान करते हुए कांग्रेस पार्टी संकल्प लेती हैं कि छठ महापर्व को महाकुंभ की तर्ज़ पर मनाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर दिल्ली में छठ का विश्व में सबसे बड़ा आयोजन होगा। इसके लिए एक बहुत बड़ा स्थान यमुना किनारे निर्धारित करके उसे ज़िला घोषित किया जाएगा, जिसका नाम शारदा सिन्हा घाट रखा जाएगा।
इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया संवाददाता सम्मेलन में मीडिया के नेशनल समन्वयक अभय दुबे और श्री ज्योति कुमार सिंह मौजूद थे।
श्री सिंह ने कहा, “पूर्वांचली भाई- बहन दिल्ली के निर्माता हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) ने उनको सिर्फ़ वोट के नज़रिए से देखा। जब सत्ता की भूख मिटानी होती हैं तो उन्हें पूर्वांचल याद आता हैं । कोरोना महामारी में हमारे पूर्वांचली लोगों को दर-दर की ठोकरें खाने से लेकर छठ पर्व के दौरान आस्था की डुबकी तक हमारे भावनाओं को आप और भाजपा ने ठेस पहुँचाई है।”
उन्होंने कहा कि दिल्ली में 1797 कच्ची कालोनियां हैं, जिसमें ज़्यादातर लोग पूर्वांचल के लोग रहते हैं। वो इतनी बदहाली की अवस्था में रहते हैं कि बारिश का पानी घरों में घुस जाता हैं, गर्मी में पीने का पानी नहीं मिल पाता हैं, उनके लिए रोज़गार के कोई अवसर नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि एक तरफ़ भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने संसद में हमारे पूर्वांचली भाइयों की तुलना रोहिंग्या, बंगलादेशियों और घुसपैठियों से की थी। अब श्री अरविंद केजरीवाल कहते है कि पूर्वांचलियों के फर्जी वोट जुड़वा रहे हैं , क्या पूर्वांचल के लोग फर्जी दिखाई देते हैं।