रीवा: कोहरा छटने के बाद एक बार फिर कड़ाके की ठंड ने जोर पकड़ लिया. शुक्रवार की रात कड़ाके की ठंड के बीच न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री पहुंच गया. जबकि दिन का अधिकतम तापमान 21 डिग्री रहा. जिसके चलते ठंड का असर कम रहा. हालाकि दिन भर शीत लहर नही चली, जिससे कुछ हद तक राहत थी. मौसम विभाग ने एक-दो दिन के अंदर बारिश की संभावना जताई है. अगर फिर बादल आते है तो ठंड से राहत मिल सकती है.
गौरतलब है कि इस समय जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. रात में हाड़ कपाने वाली ठंड रही, न्यूनतम तापमान लुढक़ कर 5.5 डिग्री पहुंच गया. इस समय कोहरे से राहत है और सुबह 7 बजे सूर्यदेव के दर्शन हो जाते है. शुक्रवार तेज धूप रही और अधिकतम तापमान भी 21 डिग्री रहा, जिसके कारण दिन में ठंड का असर कम था. दिन भर ठंड हवाएं भी नही चली. लेकिन शाम ढ़लते ही ठंड का असर बढ़ गया. मौसम विभाग की माने तो अभी तापमान में और गिरावट आ सकती है. हालाकि बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है. बादलो के आने से एक बार फिर ठंड का असर कम होगा. जिस तरह से इस समय ठंडी पड़ रही है वह फसल के लिये बेहद लाभदायक है, खासकर गेंहू के लिये. इसके अलावा दलहनी फसल में पाला लगने की संभावना है. पूरे जनवरी कड़ाके की ठंड पड़ेगी, 14 जनवरी के बाद दिन की ठंड में गिरावट आनी शुरू हो जायेगी. समूचा जिला इस समय ठंड की चपेट में है और अब धीरे-धीरे ठंड विदाई की ओर है. अच्छा है कि इस समय कोहरा नही पड़ रहा है कोहरा एक बार फिर बूंदाबांदी के बाद आएगा. संभावना है कि बारिश होगी.
अलाव के लिये नगर निगम नही दे रहा पर्याप्त लकड़ी
नगर निगम ने शहर के 35 सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की है. कई जगह अलाव नही जल रहे है. लकड़ी की व्यवस्था नही की गई है और जो लकड़ी रखी थी उसे लोग उठा ले गए. जहा पर अलाव जलाया जाता है वहा प्रतिदिन शाम होने के पहले लकड़ी की व्यवस्था की जाती है पर नगर निगम द्वारा अलाव को लेकर निगरानी नही की जा रही है. कर्मचारियों के भरोसे सब चल रहा है, रात में लोग कड़ाके की ठंड में कांपते खड़े रहते है. पुराने बस स्टैण्ड में कही भी अलाव नही जल रहा है. इसी तरह अन्य सार्वजनिक स्थानो में अलाव देखने को नही मिल रहा है. रीवा कमिश्नर के निर्देश पर आनन-फानन अलग-अलग स्थानों पर अलाव जलाया गया. दो-चार दिन जलने के बाद पुराने ढर्रे पर व्यवस्था पहुंच गई और अब कोई देखने वाला नही है अलाव जल रहा है कि नही