भोपाल सेंट्रल जेल की सुरक्षा में भारी चूक 

26 जनवरी से पहले जेल के भीतर मिला ड्रोन कैमरा

हाई सिक्योरिटी वाली बैरिक के पास पड़ा था ड्रोन

भोपाल, 8 जनवरी. भोपाल की सेंट्रल में सुरक्षा को लेकर भारी लापरवाही सामने आई है. 26 जनवरी से पहले जेल के अंदर एक ड्रोन कैमरा मिला है. यह कैमरा हाई सिक्योरिटी बैरिक से करीब दो सौ मीटर दूर उस स्थान पर मिला, जहां पर नई बैरिक बनाई जा रही है. ड्रोन कैमरा मिलने के बाद जेल विभाग और भोपाल पुलिस हाई अलर्ट पर आ गई है. प्रारंभिक जांच में ड्रोन के कैमरे में किसी प्रकार की संदिग्ध जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन इसकी टेक्निकल जांच कराई जा जाएगी. बताया जाता है कि यह ड्रोन चाइना मेड है, जिसे बच्चे खिलौने के लिए इस्तेमाल करते हैं. जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि केंद्रीय जेल परिसर स्थित (ब) खंड हाई सिक्योरिटी जोन में आता है. यहां पर खूंखार कैदी और कुख्यात आतंकी बंद हैं. इस बैरिक के पास स्थित हनुमान मंदिर के पीछे नई बैरिकों का निर्माण कार्य चल रहा है. बुधवार की शाम करीब साढ़े तीन बजे एक जेल प्रहरी राउंड लगाने पहुंचा था. हाई सिक्योरिटी जोन से करीब दो सौ मीटर दूर खोदे गए गड्ढे के पास उसे एक संदिग्ध वस्तु दिखाई दी. वह नजदीक पहुंचा तो पता चला कि वह ड्रोन कैमरा था. इसकी सूचना सिपाही ने तत्काल ही जेल प्रबंधन और वरिष्ठ अधिकारियों को दी. बरामद हुए ड्रोन की जांच शुरू ड्रोन कैमरा मिलने पर जेल प्रबंधन और अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. वह तत्काल ही जेल पहुंचे और ड्रोन की जांच शुरू की. प्रारंभिक पड़ताल में पता चला कि ड्रोन के अंदर बैटरी लगी हुई है और दो कैमरे भी फिट थे. इन कैमरों के अंदर किया रिकार्ड हुआ है, इसका खुलासा नहीं किया गया है. ड्रोन में बाकायदा लाईटें भी लगी हुई थी. जेल अफसरों का अनुमान है कि यह चाइना मेड ड्रोन है, जिसे बच्चे खेलने के लिए इस्तेमाल करते हैं. सेंट्रल जेल में बंद हैं 69 आतंकी भोपाल स्थित सेंट्रल जेल में स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, हिज्ब उत तहरीर और इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया जैसे संगठनों से जुड़े कुल 69 आतंकवादी बंद हैं. इन्हें रोजाना सुबह ढाई घंटे और शाम को एक घंटे के लिए बैरिक से बाहर निकाला जाता है, ताकि वह अपने दैनिक काम कर सकें. इन आतंकियों पर दो प्रहरी हर समय नजर रखते हैं. बताया जाता है कि आतंकी कामरान, अबू फैजल, शिबली और कमरुद्दीन को छोड़कर बाकी सभी 65 आतंकियों को जेल मैन्युअल के हिसाब से परिजनों से मिलने की और कैंटीन की सुविधा मिलती है. पुलिस ने शुरू की जांच जेल के अंदर ड्रोन की सूचना मिलते ही गांधी नगर पुलिस की टीम तत्काल ही घटनास्थल पहुंच गई थी. टीम ने इस मामले की जांच भी शुरू कर दी है. पुलिस आसपास के इलाके में मौजूद सॉफ्टवेयर टेक्नालॉजी पार्क के लोगों से पूछताछ कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कोई व्यक्ति ड्रोन का परीक्षण तो नहीं कर रहा था. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

Next Post

भारत और मालदीव ने समुद्री सुरक्षा साझेदारी बढाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की

Wed Jan 8 , 2025
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email नयी दिल्ली 08 जनवरी (वार्ता) भारत और मालदीव ने व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी की दिशा में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद […]

You May Like