जय राजपूताना संघ का महासमर भूमि शिविर संपन्न
इंदौर:जय राजपूताना संघ का 5 दिनों से चल रहे महासमर भूमि शिविर का समापन गिरी सुमेल बलिदान दिवस पर हुआ. रविवार को समापन अवसर पर केसरिया साफा पहने राजपूत युवाओं ने बड़ा गणपति से महाराणा प्रताप चौराहे तक भव्य शौर्य संचलन निकाला. इस केसरिया बाना को देखने वालों का ताता लग गया , 3 किलोमीटर के सफर मैं सैकड़ो की संख्या में लोगों ने पुष्प वर्षा कर आत्मीय स्वागत किया.
जय राजपूताना संघ के संस्थापक भंवर सिंह रेटा ने अपने संबोधन में कहा, गिरी सुमेल की युद्धभूमि में राव कुपा और जेता के नेतृत्व में केवल 5000 राजपूत वीरों ने शेरशाह सूरी की 60,000 मुगल सेना को परास्त किया था. यह क्षत्रिय शौर्य का अनुपम उदाहरण है. शेरशाह को यह स्वीकार करना पड़ा कि मुट्ठी भर बाजरे के लिए उसने हिंदुस्तान की सत्ता खोने का खतरा मोल ले लिया. शौर्य संचलन की अगुवाई जय राजपूताना संघ के संस्थापक भंवर सिंह रेटा ने की. रेटा ने कहा कि संचलन के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि क्षत्रिय अपने कुल गौरव और परंपरा को कभी नहीं भूलता। जब भी राष्ट्र को हमारी आवश्यकता होगी, हम अपना सर्वस्व अर्पित करने को तैयार रहेंगे. इस अवसर पर संघ के प्रदेश संरक्षक लाखन सिंह पालाखेड़ी, शिविर प्रमुख गोपाल सिंह बरोली, कमलेश्वर सिंह सिसोदिया, हितेंद्र सिंह बुडानिया और प्रदेश कार्यकारिणी के अन्य सदस्य उपस्थित रहे.
युवाओं को शस्त्र और शास्त्र का प्रशिक्षण
शिविर के दौरान 1250 से अधिक युवाओं को शस्त्र संचालन, तलवारबाजी, निशानेबाजी, दंड संचालन और साफा बांधने का प्रशिक्षण दिया गया. भंवर सिंह रेटा ने कहा कि शिविर के माध्यम से युवाओं को अपनी संस्कृति और परंपरा के प्रति जागरूक किया गया