ग्वालियर। मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी नियाज खान ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि धर्म का कार्य केवल और केवल ब्राह्मणों पर छोड़ दिया जाना चाहिए। उन्हें धर्म और अध्यात्म का 4000 साल का अनुभव है। सच्चे ब्राह्मणों का उद्देश्य सभी का कल्याण और जीवों की रक्षा करना है। वे दयालु स्वभाव के होते हैं। अगर हर कोई धर्म का कार्य खुद करने लगे, तो गरीब पुजारी का क्या होगा? एक अन्य पोस्ट में नियाज खान ने ब्राह्मणों के प्रति नफरत के कारणों का जिक्र करते हुए लिखा कि लोग ब्राह्मणों से इसलिए नफरत करते हैं, क्योंकि वे उनके समान नहीं होते। ब्राह्मणों की उच्च बुद्धिमत्ता दूसरों को परेशान करती है। उनके पास कोई बाहरी मदद नहीं होती, फिर भी वे अपने तेज दिमाग से सफल होते हैं। ब्राह्मणों ने अपनी योग्यता को चार हजार वर्षों से साबित किया है, और इसी वजह से लोग उनसे जलते हैं। यह पहली बार नहीं है जब नियाज खान ने ऐसे बयान दिए हैं।
कुछ दिन पहले उन्होंने एक अन्य पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुस्लिम महिलाओं के लिए बनाए गए कानून की सराहना करते हुए लिखा था कि यह कानून उन्हें एक ऐसा तोहफा देता है, जो उन्हें हजारों सालों में कभी नहीं मिला। खान ब्राह्मणों को लेकर किताब ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ भी लिख चुके हैं और अक्सर उनकी तारीफ करते रहते हैं।