85 लाख के जेवरात व 25 लाख नगदी की जब्त
इंदौर. 44 करोड़ के घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने इंदौर व भोपाल में एक साथ छापा मार कार्रवाई की है. इस दौरान ईडी की टीम ने 85 लाख रुपए के जेवरात सहित 25 लाख रुपए नगदी जब्त किए है. यह कार्रवाई एक्सेल व्हीकल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर हुई है.
सूत्रों के अनुसार इंदौर व भोपाल स्थित माय कार कंपनी चलाने वाले गर्ग परिवार के घर छापा मार कार्रवाई की गई थी. भोपाल स्थित गर्ग परिवार के एक्सेल व्हीकल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के साथ ही इसी कंपनी की इंदौर स्थित माय कार के ऑफिस पर भी कार्रवाई की गई है. जांच में मोबाइल, दस्तावेज के साथ ही 85 लाख की कीमत के हीरे व सोने के गहने के साथ ही 25 लाख नगद जब्त किए है. इंदौर में गर्ग परिवार की एक्सेल व्हीकल कंपनी के साथ ही माय स्टोर प्रालि, कर्टसी मोटर्स प्रालि, माय फोन टेलीसर्विसेस प्रालि, माय एक्यूपमेंट प्रालि, माय कार (इंदौर) प्रालि, सुनोज मर्चेंडाइस प्रालि व अन्य है. यह कार्रवाई 44 करोड़ के घोटाले के तहत की गई है. जिसके तहत एक्सेल व्हीकल कंपनी और इसके डायरेक्टर बेनी माधव गर्ग, मंजू गर्ग, सौरभ गर्ग. ऋषभ गर्ग और अन्य द्वारा बैंक ऑफ इंडिया से प्राप्त राशि का डायवर्सन सिस्टर कंपनियों व अन्य संस्थाओं में कर बैंक को 44 करोड़़ का नुकसान पहुंचाया है.
सूत्र बताते हैं कि ईडी ने उक्त कार्रवाई सीबीआई द्वारा एक मामले में विविध धाराओं में पूर्व में दर्ज किए गए प्रकरण के तहत की है. शिकायत के बाद ईडी के द्वारा की गई जांच पता चला था कि कंपनी ने 2014 में बैंक ऑफ इंडिया से 42 करोड़ की क्रेडिट सुविधा ली थी. इसके बाद 2017 में खाता एनपीए हो गया. साथ ही साल 2019 में एक्सेल व्हीकल कंपनी की सहयोगी कंपनी माय कार (भोपाल) द्वारा क्रेडिट हासिल करने के लिए पहले से ही कुछ संपत्तियों को गिरवी रखा दिया था. कंपनी के कर्ताधर्ताओं ने इन्हीं संपत्तियों को बैंक ऑफ इंडिया को भी गिरवी दिया था. ईडी की जांच में यह भी सामने आया कि एक्सेल कंपनी ने मिली क्रेडिट राशि को अपनी सहयोगी कंपनियों मे शिफ्ट किया और इससे सहयोगी कंपनियों के विक्रेताओं को भुगतान कर दिया.