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उज्जैन। जीएसटी कार्यालय की दो महिला अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। दोनों अधिकारियों के द्वारा जीएसटी रजिस्ट्रेशन के एवज में 6000 रुपए मांगे थे। बात 3500 हजार रुपए में तय हुई थी।
लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक ने बताया कि माहिर बाग कॉलोनी में रहने वाला दीपसिंह बुनकर ठेकेदारी का काम करता है। उज्जैन-बदनावर मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्य के दौरान जीआर कंपनी से सीमेंट व गिट्टी का काम ले रखा है। दीप सिंह के पास जीएसटी नंबर नहीं होने पर कंपनी द्वारा उसे भुगतान नहीं किया जा रहा था तीन माह से रुके पेमेंट को लेकर कंपनी जीएसटी नंबर मांग रही थी। 23 अगस्त को दीप सिंह ने ऑनलाइन आवेदन किया था। उसे 15 दिन में जीएसटी रजिस्ट्रेशन नंबर मिलना था। लेकिन रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं मिलने पर वह जीएसटी कार्यालय पहुंचा जहां पदस्थ राज्यकर निरीक्षक विजया भिलाला व सहायक ग्रेड तीन किरण जोशी द्वारा छह हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई। उसने इतने अधिक रुपए देने से मना किया तो मामला 3500 रुपए पर आकर रुक गया। दीप सिंह ने मामले की शिकायत लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर की। जिसकी जांच करने पर सामने आया कि जीएसटी कार्यालय की महिला अधिकारियों द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है मामला स्पष्ट होते ही गुरुवार दोपहर को ट्रैप करने की योजना बनाई गई, लोकायुक्त की टीम कार्यालय पहुंची जहां रिश्वत की राशि लेकर दीप सिंह को अंदर भेजा गया। ग्रेट 3 की सहायक अधिकारी किरण जोशी कार्यालय नहीं पहुंची थी उसे कॉल करने पर उसने टेबल की दराज में रुपए रखने की बात कहीं और निरीक्षक विजया भिलाला से बात करने के लिए कहा। दीप सिंह टेबल की दराज में 3500 रुपए रख कर आ गया। कुछ देर बाद ही किरण जोशी कार्यालय पहुंची इस दौरान लोकायुक्त की टीम में दोनों महिला अधिकारियों को रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। दोनों के खिलाफ मौके पर ही प्रकरण दर्ज किया गया। वही रिश्वत के रुपए भी बरामद कर लिए।