ग्वालियर। आधा करोड़ रूपये से ज्यादा की ठगी करने वाले ठग गिरोह के मास्टरमाइंड को क्राइम ब्रांच ने छत्तीसगढ़ के भिलाई से गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त में आया ठग गिरोह के मास्टरमाइंड ने ठगी के रुपये जम्मू कश्मीर, गुजरात एवं संयुक्त अरब अमीरात में खातों में ट्राॅसफर किये थे। पुलिस की गिरफ्त में आया ठगी का मास्टरमाइंड एमसीए पास है और उसने यूएई में साफ्टवेयर कंपनी खोलकर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया था।
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि क्राइम ब्रांच ने आधा करोड़ रूपये से ज्यादा की ठगी करने वाले ठग गिरोह के मास्टरमाइंड को छत्तीसगढ़ के भिलाई से गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि उन्हें एक शिकायती आवेदन आशा भटनागर ने दिया था। जिन्होंने अपने आवेदन में बताया था कि उसके पास किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर बोला कि आपके डाँक्यूमेन्ट पर एक सिम जारी की गई है जिसमें आपका आधारकार्ड लगा हुआ है और इस सिम से कई बच्चियों को अश्लील मैसेज भेजे गये है। जिस कारण उनके खिलाफ मुंबई में एफआईआर दर्ज की गई है। ठग के फोन के बाद श्रीमती भटनागर डर गई और उन्होंने अपने अकाउन्ट की एफडी तोडकर ठगों के द्वारा बताये गये अकाउन्ट में 51 लाख रुपये ट्राॅसफर कर दिये। श्रीमती भटनागर के आवेदन की जांच एसपी ने क्राइम ब्रांच को सौंपी। जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम सक्रिय हुई और क्राइम ब्रांच निरीक्षक राजेश सिंह तोमर मामले की जांच में जुटे तो पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि श्रीमती भटनागर के पास जिन नंबरों से काल आये थे। वह नम्बर एप के माध्यम से प्रदर्शित कराये गये थे और जिन खातों में रकम ट्रांसफर कराई गई थी वह खाते जम्मूकश्मीर व गुजरात के थे। पुलिस ने जब अपनी जांच को आगे बढ़ाया तो पुलिस को पता चला कि इन दोनों खातों से रुपये अलग-अलग कई खातों में स्थानांतरित हुए तथा उनमें से कुछ राशि संयुक्त अरब अमीरात के एक खाते में स्थानांतरित की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य यूएई से प्राप्त किये तो पुलिस को पता चला कि यूएई के जिस बैंक खाते में रूपयेे स्थानांतरित हुये थे, वह व्यक्ति भारतीय है और भिलाई छत्तीसगढ का रहने वाला है और उसने यूएई में कम्पनी खोली है।
जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने भिलाई शहर में पहुंचकर ठग गिरोह के मास्टरमाइंड को धर दबोचा। पुलिस ने जब ठग को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पुलिस को पता चला कि पुलिस की गिरफ्त में आया ठग एमसीए किया हुआ है व मास्टर्स इन आईटी है और वह अपने अनुभव के आधार पर यहाँ कार्य करने वाले लोगों के खाते खुलवाकर उन खातों को स्वयं संचालित करता था एवं उन खातों में सायबर ठगी की राशि लेकर आगे यूएई के खाते में स्थानातरित करता था। पुलिस ने आरोपी ठग से पूछताछ के बाद कई अन्य व्यक्तियों के आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक, मोबाइल फोन, लेपटाॅप, आईपेड व अन्य दस्तावेज बरामद किये हैं। पुलिस पकड़े गये आरोपी के अन्य साथियों की तलाश कर रही है।