ग्वालियर: जिले में अतिवर्षा व जल भराव से प्रभावित क्षेत्रों में शनिवार को जिला प्रशासन सहित विभिन्न विभागों के संयुक्त दल पहुँचे। इन दलों द्वारा मकान, घर -गृहस्थी का सामान, फसल नुकसान व पशु हानि सहित अतिवर्षा से हुए अन्य नुकसान का युद्ध स्तर पर सर्वेक्षण किया जा रहा है। सर्वे के आधार पर प्रभावित लोगों को राहत राशि प्रदान की जायेगी। कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरुण कुमार व टी एन सिंह सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी सर्वेक्षण कार्य की मॉनीटरिंग के लिये ग्रामीण अंचल में पहुँचे।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने सर्वे कार्य को सुव्यवस्थित ढंग से अंजाम देने के लिये लगभग एक दर्जन विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी सौंपी है। साथ ही जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरुण कुमार व टी एन सिंह को इन विभागों द्वारा किए जा रहे सर्वे कार्य व लोगों को पहुँचाई जा रही सहायता की मॉनीटरिंग करने की जवाबदेही सौंपी है।
जिला प्रशासन के सर्वेक्षण दलों ने वर्षा प्रभावित गाँवों व कस्बों में घर-घर पहुँचकर क्षति का आंकलन किया। साथ ही प्रभावित लोगों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही राज्य शासन के प्रावधानों के तहत उन्हें राहत राशि उपलब्ध कराई जायेगी।
पेयजल की शुद्धता के लिये किया जा रहा है जल स्त्रोतों का क्लोरीनेशन
जिला प्रशासन के निर्देश पर वर्षा प्रभावित गाँवों व कस्बों में पहुँचे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के उपयंत्रियों व टेक्नीशियन द्वारा हैंडपंप, नल-जल योजना के नलकूप व टंकियों में क्लोरीनेशन किया। शनिवार को खेड़ीरायमल, चरखा, छिरेंटा,सिरसा, ईकहरा, छीमक ,कुलैथ, जिगसोली, भयपुरा , उटिला, सकतपुर, बडेरा फुटकर, आरोली, फदलपुर, सियावरी,इकहरा ,सिरसौद ,खेड़ा, रसीदपुर, गोबाई, पारसेन, अमरौल बड़कीसराय, चीनोर, किशोरगढ़, दौलतपुर, गधौटा, बनियातोर, आदमपुर, सहारन, रही, बेला, ररूआ, मोहनगढ़, खडौआ, रामजीपुर, देवरीकला, पलायछा, सांखनी, मसूदपुर, रिझौरा व ककरधा इत्यादि गाँवों के जल स्त्रोतों का क्लोरोनीकरण का कार्य पूर्ण हो गया है। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने इस काम को अभियान बतौर पूरा करने के निर्देश पीएचई के मैदानी अमले को दिए हैं।
युद्ध स्तर पर हो रहा है बिजली की लाइन व खंबों को ठीक करने का काम
जिले में अति वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए विद्युत वितरण कंपनी के मैदानी अमले द्वारा विभिन्न स्थानों पर युद्ध स्तर पर सुधार कार्य किया जा रहा है। जलभराव और तेज बारिश के कारण जिन इलाकों में बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई थीं, खंभे गिर गए थे और ट्रांसफार्मर खराब हो गए थे। उन सभी को सुधारने का काम शनिवार को अभियान बतौर किया गया। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने निर्देश दिए हैं कि प्रयास ऐसे हों कि जिले के सभी इलाकों की बिजली आपूर्ति जल्द से जल्द सुचारू हो जाए।
सड़कों की मरम्मत भी जारी
जिले के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में जल भराव एवं अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुईं सड़कों की मरम्मत का काम भी अभियान बतौर जारी है। शनिवार को मोतीझील रोड़, तिघरा रोड़, मुरार तहसील के ग्राम रौरा, मेहदपुर पहुँचमार्ग व दुबहाटांका से घाटीगांव रोड़ सहित डबरा, भितरवार एवं चीनोर क्षेत्र की क्षतिग्रस्त सड़कों के गड्डे भरने व मरम्मत का कार्य किया गया।
फसल सर्वेक्षण का काम भी शुरू
अतिवर्षा से प्रभावित हुई फसलों के सर्वेक्षण का काम भी शनिवार को जारी रहा। मुरार विकासखंड के अंतर्गत डबरा, बंधोली, सौंसा, बंधा, अर्रोली, टिहोली, बड़ेरा फुटकर, डबका व हस्तिनापुर सहित अन्य ग्रामों में ज्वार, बाजरा, तिल व उड़द सहित खरीफ की अन्य फसलों में हुए नुकसान का सर्वेक्षण किया गया। इसी तरह डबरा, भितरवार व घाटीगाँव क्षेत्र के ग्रामों में भी फसलों के सर्वेक्षण का काम जारी रहा।
राहत शिविरों का संचालन भी जारी
अतिवर्षा से प्रभावित लोगों के लिये स्थापित किए गए राहत कैम्प भी सुव्यवस्थित ढंग से संचालित किए जा रहे हैं। छीमक दफाई सहित अन्य गाँवों में प्रभावित परिवारों को भोजन वितरित किया गया।