ग्वालियर। राजकमल अपार्टमेंट की पार्किंग में पेट्रोल डालकर आग लगाने वाले सनकी प्रंमी को विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने पकड़ लिया है। पकड़ा गया सनकी प्रेमिका द्वारा ब्लॉक करने से नाराज था और उसका बदला लेने के लिए ही उसकी रकूटी में आग लगाने के लिए गया था। सनकी प्रेमी ने पांच दिन पहले सिटी सेंटर स्थित राजकमल अपार्टमेंट की पार्किंग में खड़ी गाडिय़ों में आग लगा दी थी। घटना स्थल से मिले सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से कार की पहचान कर पुलिस इस सिरफिरे प्रेमी तक पहुंची और उसको पकड़ा। जिस कार से आरोपी आग लगाने पहुंचा था, उसे भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।
आरोपी ने जुर्म कुबूल करते हुए कहा है कि अपार्टमेंट में उसकी प्रेमिका रहती है। उसने उसे ब्लॉक कर दिया है। बहुत रिक्वेस्ट कर ली, लेकिन वह अनब्लॉक नहीं कर रही। प्रेमिका की अकड़ निकालने के लिए यह कांड किया। आरोपी पार्किंग में खड़ी प्रेमिका की स्कूटी ही जलाना चाहता था, लेकिन आग इतनी भडक़ गई कि वहां काफी गाडिय़ां जल गईं। पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
टीआई विश्वविद्यालय उपेन्द्र छारी ने बताया कि आग पर काबू पाने के बाद जब जांच की और वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो होश उड़ गए, क्योंकि आग शॉर्ट सर्किट से नहीं बल्कि कार से आए युवक ने पेट्रोल डालकर लगाई थी। फुटेज के आधार पर युवक की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला तो एक अन्य फुटेज में कार का नंबर स्पष्ट दिख गया था। रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस कार मालिक के पास पहुंची तो पता चला कि कार को संजय पुत्र नरेन्द्र किरार निवासी गुढ़ी-गुढा का नाका लेकर गया था। इसका पता चलते ही पुलिस ने उसकी तलाश की और दो दिन की मशक्कत के बाद उसे संजय पुलिस के हाथ लग गया है। आरोपी ने बताया कि वह बिना बताए कार लेकर आया था।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि राजकमल अपार्टमेंट में उसकी प्रेमिका रहती है और वह नाराज हो गई है और उसे ब्लॉक कर दिया है। कई बार रिक्वेस्ट की, लेकिन वह नहीं मान रही है। उसकी अकड़ निकालने के लिए प्लानिंग की और पार्किंग में खड़ी उसकी स्कूटी पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी, जिससे उसकी अकड़ निकल जाए और वह उसे अन ब्लॉक कर दे। पर आग इतनी फेल गई कि वहां और गाडिय़ां चपेट में आ गईं। पुलिस ने उसे बताया कि फायर बिग्रेड जरा भी देर से पहुंचती तो पूरी अपार्टमेंट में आग फेल सकती थी।
तो आरोपी ने बताया कि वह शराब के नशे में था और पूरी बोतल स्कूटी पर उड़ेलने के बाद उसने माचिस से आग लगाई थी। आग अचानक फेल गई और वह उसकी चपेट में आने से बाल-बाल बचा था। वो तो वह समय रहते जमीन पर झुक गया था, नहीं तो उसका चेहरा झुलस जाता।