ग्वालियर, 14 अगस्त (वार्ता) मध्यप्रदेश के ग्वालियर की अपराध शाखा पुलिस ने चार तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से बेशकीमती हाथी दांत बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपी हाथी दांत का सौदा करने आए थे।
अपराध शाखा पुलिस ने आज यहां बताया कि इन आरोपियों को शहर के तेजेन्द्र नाथ की गली दाल बाजार से दबोचा गया है। इनके पास से दो बेशकीमती हाथी दांत बरामद हुए हैं, जिनका सौदा करने के लिए वह आए थे। पुलिस ने हाथी दांत बरामद कर तस्करों को हिरासत में लेकर पूछताछ करना शुरू कर दिया है। पड़ताल में पता चला है कि तस्करों के पास इन दो दांतों के अलावा और भी हाथी दांत हैं।
अपराध शाखा पुलिस पकड़े गए तस्करों से पूछताछ कर उनके पूरे नेटवर्क की पड़ताल में जुट गयी है। आधिकारियों की मानें तो इनसे पूछताछ के बाद एक बड़े गिरोह का खुलासा होने की संभावना है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच शियाज के एम और डीएसपी क्राइम नागेन्द्र सिंह सिकरवार ने बताया कि सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर शहर में हाथी दांत का सौदा करने के लिए आ रहे हैं और उनके पास करीब दो दर्जन से अधिक दांत होने की संभावना है। इसका पता चलते ही कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। इसके बाद अपराध शाखा पुलिस की टीम अलग-अलग हिस्सों में बंटकर संदेहियों की तलाश में लगी और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद जब क्राइम ब्रांच की टीम तेजेन्द्र नाथ की गली दाल बाजार पहुंची तो संदेही दिखाई दिए। संदेहियों के नजर आते ही क्राइम ब्रांच ने घेराबंदी की और चंद्रेश श्रीवास्तव के ऑफिस में दबिश देकर चार संदेहियों को दबोच लिया।
संदेहियों की तलाशी ली गया तो उनके पास हाथी दांत नहीं मिले, जब उनके पास मौजूद बैग खोला तो उसमें कपड़े भरे हुए थे। जब कपड़े बाहर निकाले तो कपड़ों के बीच दो हाथी दांत बरामद हुए। हाथी दांत बरामद होते ही अपराध शाखा पुलिस ने संदेहियों को हिरासत में लेकर थाने पहुंचे और मामला दर्ज कर लिया।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान कृष्ण कुमार गुप्ता निवासी प्रयागराज, हिमांशू कुकरेजा निवासी आगरा, हुकुमचंद गुप्ता निवासी पुलिस चौकी के सामने दाल बाजार और महेन्द्र कुमार सेठ निवासी इस्कोन मंदिर के पास प्रयागराज के रूप में हुई। पूछताछ में पता चला है कि पकड़े गए आरोपी हुकुमचंद्र को हाथी दांत का सौदा करने के लिए आए थे। हुकुमचंद्र ने बताया कि यह हाथी दांत दिखाकर सौदा करने आए थे और उनके पास अभी सोलह से अठारह हाथी दांत और हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग को जांच के लिए बुलवाया गया, जांच में पता चला है कि पकड़े गए हाथी दांत काफी पुराने हैं और काफी कीमती हैं।