जिंक सल्फर खरीदने बनाया दबाव
दो दुकानों में छापा, मिली अनेक गड़बडिय़ां, नोटिस जारी
जबलपुर: किसानों से यूरिया को अधिक दाम में बेचने एवं साथ में दबाब डालकर जिंक सल्फर खरीदने मजबूर किये जाने की शिकायत प्राप्त होने पर कृषि अधिकारियों की टीम ने शनिवार को अनुविभागीय अधिकारी कृषि पाटन डॉ इंदिरा त्रिपाठी के नेतृत्व में शहपुरा विकासखण्ड के अंतर्गत सहजपुर स्थित विभिन्न उर्वरक विक्रय प्रतिष्ठानों में छापा मार कार्रवाई की। इस दौरान भारी गड़़बडिय़ां मिलीं।
उप संचालक डॉ निगम ने बताया कि कृषि अधिकारियों की टीम ने सहजपुर में ही श्री बद्री नारायण एग्रो एजेंसी का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण में उर्वरक के फुटकर और थोक दोनों लाइसेंस के स्टॉक को अलग अलग नहीं रखा पाया गया। थोक लाइसेंस के सबंधित दस्तावेजों में जरूरी जानकारी भी संधारित नहीं पायी गई। इस दुकान के संचालक को नोटिस जारी करते हुये बिक्री प्रतिबंधित की गई तथा नोटिस का जबाब तीन दिन के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये । निरीक्षण टीम में उर्वरक निरीक्षक मेघा अग्रवाल, कृषि विस्तार अधिकारी एस के परतेती एवं बी एस ठाकुर भी शामिल थे।
उर्वरक का सत्यापन, स्टॉक में अंतर
उप संचालक कृषि डॉ एस के निगम ने बताया कि कृषि श्री बालाजी कृषि केंद्र सहजपुर में रखे उर्वरक का सत्यापन किया और पीओएस मशीन एवं भौतिक स्टाक में भारी अन्तर पाया। साथ ही स्टाक रजिस्टर, बिल बुक आदि भी ठीक से संधारित नहीं पाये गये। इन अनियमितताओं को देखते हुये कृषि अधिकारियों ने दुकान पर उपलब्ध स्टाक की बिक्री तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दुकान संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी कर समस्त दस्तावेज सहित जवाब तीन दिन के अंदर प्रस्तुत करने का समय दिया है।
पाँच केंद्रों की भी जांच, उर्वरक, कीटनाशक के नमूने लिए
किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने उप संचालक कृषि डॉ एस के निगम के निर्देश पर कृषि अधिकारियों ने शनिवार को विकासखंड मझौली में पांच निजी उर्वरक विक्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इन केंद्रों में मझौली स्थित शुभम कृषि केंद्र, शिवशक्ति कृषि केंद्र, साहू कृषि केंद्र एवं भट्ट एग्रो ट्रेडर्स तथा शंकर खाद बीज भंडार रानीताल शामिल हैं। सभी विक्रय केंद्रों में पीओएस मशीन से उर्वरक का मिलान किया गया। स्टाक रजिस्टर, मूल्य सूची और केश मेमो शासन के नियमानुसार पाये गये। निरीक्षण के दौरान उर्वरक के छह और कीटनाशक के चार नमूने गुणवत्ता परीक्षण हेतु लिये गये।