इंदौर: शहर से मजदूर वर्ग झुग्गीवासियों के लिए मल्टी में कुछ राशि डिपॉजिट करके फ्लैट दिए गए थे. कई अनियमितताओं के चलते मल्टीवासी परेशानी झेलते आ रहे हैं. कई बार शिकायत करने के बावजूद भी निराकरण नहीं हो पा रहा.मामला भूरी टेकरी क्षेत्र में बनी आवास योजना का है. इन मल्टियों में शहर के अलावा भूरी टेकरी के ही तकरीबन दो सौ परिवारों को शिफ्ट किया गया था जिस समय गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों को फ्लैट दिए जा रहे थे.
उन सभी से बीस हज़ार रुपए एडवांस लिए गए थे. इसी के साथ ही दो हज़ार सात सौ रुपए प्रति माह की किश्त तय कर दी गई जो दस वर्षों तक मल्टी रहवासियों को भरना पड़ेगी. इसके अलावा छः सौ रुपए प्रतिमाह मेंटेनेंस के लिए जा रहे हैं. लेकिन देखने में यह आया है कि तमाम मल्टियों में पानी की किल्लत पिछले कई वर्षों से बनी हुई है. बताया जाता है कि मल्टी में जो पानी दिया जाता है वह एक दिन छोड़ कर मात्र पंद्रह मिनट या आधे घंटे दिया जाता हैं जिससे मल्टीवासियों की पूर्ति नहीं हो पाती हैं. गर्मियों के मौसम में पानी की किल्लत और बढ़ जाती है.
इनका कहना है…
181 पर हमने शिकायत की थी. वहां से कहा गया कि नगर निगम से बात करें. निगम में बात की उन्होंने कहा कि हमारे पास खुद इतना पानी नहीं आ रहा तो आपको कहां से दें.
– दीप्ती मिश्रा
इतना भी पानी नहीं देते कि जिससे पूर्ति की जा सके. न पीने का पानी और न टॉयलेट के लिए पानी की पूर्ति होती हो पाती है. इतना कम पानी हम तीन दिन कैसे चलाएं.
– सोमा बाई
पानी समय से देते नहीं है. पानी की पूर्ति नहीं होती. सरकारी टाइम पर आते हैं लेकिन कभी आते हैं कभी नहीं आते. इसमें भी इतनी झगड़ा होते हैं कि पानी नहीं मिल पाता है.
– वर्षा बिगड़ले