अब नौ गेटों से छोड़ा जा रहा 76 हजार 986 क्युसेक पानी.
निचले क्षेत्र के निवासियों से डूब क्षेत्र से दूर रहने की अपील.
जबलपुर। रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के जल स्तर को नियंत्रित करने आज शनिवार 3 अगस्त की शाम 5 बजे इसके दो और गेट खोलकर जल निकासी की मात्रा बढा दी गई है। अब बांध 21 में से नौ गेट खोल दिये गये हैं और सभी नौ गेटों को औसतन 1.72 मीटर ऊंचाई तक खोलकर इनसे लगभग 76 हजार 986 क्युसेक (2 हजार 180 क्युमेक) पानी छोड़ा जा रहा है। शाम 5 बजे के पहले बांध के 1.07 मीटर औसत ऊंचाई तक खुले सात गेटों से 35 हजार 562 क्युसेक (1007 क्युमेक) पानी की निकासी की जा रही थी ।
कार्यपालन यंत्री बरगी बांध अजय सूरे ने बताया कि शनिवार 3 अगस्त को शाम 5 बजे बांध का जल स्तर 420.65 मीटर पहुँच गया था और बांध 82.77 फीसदी भर चुका है। बरगी बांध का पूर्ण जलभराव स्तर 422.76 मीटर है । उन्होंने बताया कि शाम 5 बजे की स्थिति में बांध में 2 हजार 928 क्युमेक पानी प्रवेश कर रहा है । श्री सूरे के मुताबिक बरगी बांध से जल निकासी की मात्रा बढाने का निर्णय इसके जलग्रहण क्षेत्र में अतिवर्षा की संभावना को देखते हुये लिया गया है। उन्होंने बताया कि बांध के जलद्वारों के अलावा इसकी दाईं तट नहर पर स्थित जल विद्युत उत्पादन इकाई के माध्यम से भी188 क्युमेक पानी की निकासी हो रही है और इसे मिलाकर बांध से कुल 2 हजार 368 क्युमेक (83 हजार 626 क्युसेक) पानी छोड़ा जा रहा है ।
कार्यपालन यंत्री के मुताबिक बरगी बांध से जल निकासी की मात्रा बढाने से नर्मदा नदी के घाटों पर वर्तमान जलस्तर से 8 से 10 फुट की बढ़ोतरी होगी। उन्होंने जन साधारण से घाटों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने का अनुरोध करते हुये बताया कि बांध में वर्षा जल की आवक को देखते हुये इससे पानी छोड़ने की मात्रा कभी भी बढाई या घटाई जा सकती है।