एक स्थान पर रूबरू हुए बायर-सेलर करेंगे व्यापार का विस्तार
जबलपुर: मप्र शासन द्वारा जबलपुर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव की एक महत्वपूर्ण कड़ी बायर-सेलर मीट रहीं है। इस मीट में कई उद्योगों और उत्पादों से जुड़े एफपीओ, कंपनी और स्टार्टअप को नई ऊंचाइयां देने वाले युवा शामिल हुए। बायर-सेलर मीट में महाकौशल क्षेत्र में आने वाले उद्योगों ने अपने उत्पादों और के सम्बंध में मीट आने वाले समय मे निश्चित ही बड़ी भूमिका निभाएगी। शासन द्वारा उपलब्ध कराए गए इस अवसर को सभी बायर्स और सेलर्स ने भुनाने की कोशिशें की।
छिंदवाड़ा के सौंसर में पैकेजिंग का स्टार्टअप करने वाले कैलाश गायकवाड़ ने रेमण्ड शूटिंग एंड शर्टिंग के उत्पाद की पैकिंग करने पर पहले दौर की चर्चा की। इसी तरह जबलपुर में ही अश्वगंधा, मिर्च और चिया की खेती करने वाले निखिल अग्रवाल भी अपने उत्पादों के प्रसंस्करण से सम्बंधित शासन की योजनाओं के सम्बंध में स्टाल पर जानकारी ली। इसी तरह भोपाल के कॉग्नीफर सोलुशन लिमिटेड के अमित कुमार और सेंट्रिक इरा के प्रदीप बिस्वारी ने अपने उत्पादों के निर्माण को लेकर आने वाली लागत को कम करने तथा विक्रय के बारे में पहली बार चर्चा की।
डिंडोरी के मिलेट्स और उत्पाद रहें आकर्षण का केंद्र
बायर्स व सेलर्स मीट में आने वाले डेलीगेट्स और उद्योगों के प्रतिनिधियों ने डिंडोरी के हल चलित महिला किसान एफपीओ और मिलेट्स पर आधारित उत्पादों पर आधरित स्टॉल पर कई डेलीगेट्स ने जानकारियां ली। यहां कोदों-कुटकी रागी और उससे बने उत्पादों की रेसिपीज आदि की जानकारियां एफपीओ से जुड़ी महिलाओं ने दी। साथ ही तेजस्विनी नारी चेतना महिला संघ की रेखा पेंड्राम के श्रीअन्न के उत्पादों की खरीदी की।
विभागों ने सुझाई योजनाएं और उद्योग नीति
बायर्स व सेलर्स मीट में उद्योगों से जुड़े विभागों द्वारा स्टाल्स लगाए गए। इन स्टाल्स पर विभागों से जुड़ी योजनाएं और उद्योग नीति के विषय में डेलीगेट्स को जानकारियां उपलब्ध कराई। इसमें मप्र टूरिज्म, मंडी बोर्ड, उद्योग, कस्टम, सीजीएसटी और एपीडा ने उद्योग स्थापित करने में आवश्यक सहूलियत आदि के बारे में जानकारिया उपलब्ध कराई।