कोलंबो, 05 जुलाई (वार्ता) श्रीलंका विदेशी वैज्ञानिक जहाजों के अपने जलक्षेत्र में प्रवेश पर लगाये गये एक वर्ष के प्रतिबंध को आगे नहीं बढ़ायेगा।
श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने जापानी प्रसारक एनएचके को यह जानकारी दी। श्रीलंका ने अपने जलक्षेत्र में शोध जहाजों को भेजने के कई चीनी प्रयासों के बाद एक जनवरी को अपने जलक्षेत्र में विदेशी वैज्ञानिक जहाजों के प्रवेश पर एक वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया था।
ऐसा माना जाता है कि कुछ चीनी वैज्ञानिक जहाजों के उपकरणों का उपयोग न केवल समुद्री अनुसंधान के लिए किया जाता है, बल्कि हिंद महासागर में भविष्य के नौसैनिक अभियानों के लिए समुद्र तल की खोज के लिए भी किया जाता है। श्रीलंकाई अधिकारियों ने हालांकि, मार्च में एक जर्मन शोध जहाज को कोलंबो बंदरगाह पर खड़ा होने करने की अनुमति दी।
श्री साबरी ने कहा, “हम अलग-अलग देशों के लिए अलग-अलग नियम नहीं रख सकते। हम केवल चीन पर प्रतिबंध नहीं लगा सकते। हम ऐसा नहीं करेंगे। हम किसी विशेष पक्ष का साथ नहीं देंगे।” उन्होंने कहा कि श्रीलंका के पास समुद्री संसाधन हैं, इसलिए समुद्री अनुसंधान एक महत्वपूर्ण तत्व है।
विदेश मंत्री ने कहा, “हमारा मानना है कि हमें उनकी पारदर्शिता बढ़ानी चाहिए और उन्हें (जहाजों को प्रवेश करने की) अनुमति देनी चाहिए।” उन्होंने जापान को समुद्री मानचित्र तैयार करने के लिए सोनार से लैस जहाज श्रीलंका को उपलब्ध कराने के इरादे के लिए धन्यवाद भी दिया।