जबलपुर: जबलपुर को वायु सेवा के राष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करने एवं पूर्व की भांति अन्य शहरों से सीधी वायु सेवा से जोडऩे के लिए संघर्षरत वायुसेवा संघर्ष समिति द्वारा शुक्रवार के दिन सांकेतिक धरना किया जा रहा है। समिति संयोजक हिमांशु खरे ने बताया कि विगत तीन माह से अधिक हो गए हैं जबकि जबलपुर की वायु सेवाओं को सुचारु करने आंदोलन किया जा रहा है। इसके तहत जबलपुर मुंबई सीधी वायु सेवा एवं आगामी 1 सितंबर को जबलपुर बेंगलुरु सीधी वायु सेवा जबलपुर को प्राप्त हुई है लेकिन समिति की अन्य प्रमुख मांग जिसमें जबलपुर पुणे, जबलपुर चेन्नई, जबलपुर अहमदाबाद की वायु सेवाएं हैं उन पर संबंधित विभागों ने कोई भी कार्यवाही नहीं की है।
जबलपुर का समग्र आर्थिक विकास तभी संभव है जब जबलपुर भारत के प्रमुख शहरों से वायु सेवा से जुड़े। संघर्ष समिति की गीता शरत तिवारी, डॉक्टर पी जी नाजपांडे, बलदीप मैनी, बसंत मिश्रा ने बताया की जबलपुर में वायुसेवाओं के लिए बेतहाशा संभावनाएं हैं, कमी है तो सिर्फ इच्छा शक्ति की जिससे जबलपुर अभी तक अन्य शहरों की अपेक्षा पिछड़ता जा रहा है। समिति के हेमराज अग्रवाल, मनु शरत तिवारी, हिमांशु राय, अरुण पवार, दीपक सेठी, प्रीति चौधरी, प्रकाश राठौर, राजेंद्र मिश्रा, राजीव श्रीवास्तव, राज किशोर, पूजा सोनी, अरुण विश्वकर्मा, आदि ने इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जबलपुर में कोई भी निवेश तभी आकर्षित हो सकता है जब जबलपुर वायु मार्ग से भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ सके।