मामला स्कीम नंबर 140 से सटी बस्ती का
रात गुजारने का दूसरा सहारा भी नहीं मिला
इंदौर: नगर निगम की सारी कोशिश ध्वस्त दिखाई देने लगी है. पिछले दो दिनों से हो रही तेज बारिश ने शहर की पोल खोल कर रख दी है. इसमें कच्ची बस्ती और निचली बस्तियों के हालात अभी से बिगड़ने लगे हैं.मामला स्कीम नंबर 140 के सटी हुई 30 वर्ष पुरानी बस्ती का है. वार्ड क्रमांक 50 में आने वाली रमाबाई नगर बस्ती के रहवासी परेशान है. अभी मानसून की पूरी तरह से शुरुआत भी नहीं हुई कि रमाबाई नगर बरसात के पानी से सराबोर हो गया. पिछले दो दिन से प्रत्येक शाम को हो रही तेज बरसात के बाद बस्ती में इतना पानी पहुंचा कि बरसात का पानी घरों के अंदर तक पहुंच गया.
मुश्किल जब बड़ी कि छोटी-छोटी खोलियों में रह रहे लोगों को रात गुजारने के लिए दूसरा सहारा भी नहीं मिला. पूरी बस्ती में अफरा तफरी का माहौल बना रहा. बुजुर्ग से लेकर छोटे बच्चे तक बरसात से होने वाली समस्या से जूझते रहे. यहां पहली बार नहीं था. पिछले 30 वर्षों से हर वर्ष बरसात के पूरे चार महीना तक बस्ती के रहवासी समस्याओं का सामना करते आ रहे हैं. इस समस्या के निराकरण के लिए कई बार आवेदक से लेकर आंदोलन तक किए गए लेकिन वार्ड के पार्षद से लेकर प्रदेश सरकार तक इनकी सुनवाई को अनदेखा किया गया.
इनका कहना है
बरसात बंद होने के बाद भी बुरे हाल है. सुलभ शौचालय के रास्ते तक इतना पानी भरा होता है कि महिलाएं और बच्चे आसानी से नहीं जा सकते. कोई नेता बस्ती में झांकने नहीं आता.
– इंदू तायड़े
पिछले तीस वर्षों में आज तक बस्ती का विकास नहीं किया गया. वोट लेने के बाद कोई आता भी नहीं. हम चाहते हैं कि इसी स्थान पर मल्टी बनाकर उसमें हमें फ्लैट दिए जाएं.
– निर्मला बाई
बस्ती वालों के चार महीने मुसीबत से निकलेंगे. बस्ती के अंदर एक भी सड़क नहीं बनाई गई है, जिसके कारण पूरी बस्ती में कीचड़ फैला रहता है. इससे कई समस्या आ खड़ी होती है.
– शालू सालवी
किसी संस्था की है जमीन
रमाबाई नगर की जमीन किसी संस्था की है, जिसका केस न्यायालय में विचाराधीन है. मैंने उन्हें मल्टी में शिफ्ट करने का प्रस्ताव भी रखा लेकिन वे लोग चाहते हैं कि रमाबाई की जमीन पर मल्टी बनाया जाए जो असंभव है. मेरे पार्षद बनने के पहले से ही मैं सेवा भाव से उसे बस्ती से जुड़ा हुआ हूं मैंने जेसीबी पहुंचा दी है जल्दी कार्य पूरा किया जाएगा.
– राजीव कुमार जैन पार्षद