सिंगरौली शहर में प्रदूषण का कहर, देश में पहले स्थान पर

एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू पहुंचा 370 के पार, सीपीसीबी ने जारी किया डाटा, पाल्यूशन वैल्यू बेहद खराब

सिंगरौली :  अभी तक प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार घिर रही थी। दिल्ली हमेशा फैलते प्रदूषण व एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू को लेकर विपक्षी दलों के निशाने पर रहती थी। वहीं सिंगरौली वासी सपने में भी न सोचे होंगे कि सिंगरौली जिला प्रदूषण के मामले में दिल्ली को पीछे कर देगा और आज ऐसा सिंगरौली का सीपीसीबी के द्वारा जारी डाटा ने सबको हैरान, परेशान व चिंता में डाल दिया है। सिंगरौली जिले का एयर क्वालिटी इन्डैक्स का वैल्यू मंगलवार को 370 तक पहुंच गया है। वहीं पाल्यूशन का लेवल बेहद खराब माना जा रहा है।

एनसीडीसी गवर्नमेंट की बेवसाइट में आज मंगलवारको सीपीसीबी से प्राप्त एयर क्वालिटी इंडैक्स पाल्यूशन डाटा जारी किया है। जिसमें देश के 134 शहरों की सूची जारी किया है। जिसमें सिंगरौली जिला देश में नंबर-1 स्थान पर है। सीपीसीबी के द्वारा जारी डाटा के अनुसार सिंगरौली शहर का एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू 370 है इसे बेहद प्रदूषण के लेवल में खराब माना जा रहा है। दूसरे स्थान पर भागलपुर 358, दुर्गापुर 338, दिल्ली 319, मुम्बई 291 एवं फरीदाबाद 281 एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू डाटा में दर्ज है। हालांकि सिंगरौली के जानकार बता रहे हैं कि आज देर शाम सिंगरौली का एयर क्वालिटी इंडैक्स लेवल 371 तक पहुंच गया है।

सिंगरौली जिले में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर प्रदूषण नियंत्रण अमला बेसुध पड़ा हुआ है। आरोप है कि यहां का प्रदूषण अमला केवल नाम मात्र की कार्रवाईयां कर अपनी स्वयं की पीठ थपथपाने में लगा रहता है। सिंगरौली इलाके में सबसे ज्यादा कोल, आटो मोबाइल्स से प्रदूषण फैला रहे हैं। फिर भी प्रदूषण नियंत्रण अमला आंख बंद किये हुए है। सिंगरौली जिला पहले प्रदेश में प्रदूषण को लेकर तीसरे स्थान पर था लेकिन अब देश में पहले स्थान पर पहुंच जाने पर लोगों की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। फिलहाल जिले में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर अब प्रबुद्धजन चिंतित नजर आ रहे हैं। साथ ही इस प्रदूषण के बढ़ते लेवल से तरह-तरह की बीमारियां भी फैल रही हैं।

श्वांस की बीमारी, आंख में बढ़ा जलन
सिंगरौली जिले में एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू 3 सौ के पार होने पर सबसे ज्यादा श्वांस की बीमारी, कमजोरी, आंख में जलन जैसे बीमारी के लक्षण दिखते हैं और सिंगरौली में करीब एक पखवाड़े से इसी तरह के लक्षण लोगों में दिख भी रहा है। सिंगरौली जिले का इन दिनों एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू 370 से अधिक पहुंचने पर लोगबाग आंख में जलन व खुजली से परेशान हैं। इसके अलावा अन्य बीमारियों से ग्रसित हो रहे हंै। सीपीसीबी ने सलाह दिया है कि बाहरी शारीरिक गतिविधियों से बचें, खासकर सुबह और देर शाम के समय घरों से बाहर न निकलें। साथ ही गतिविधियों का स्तर कम रखने की समझाईश दी गयी है।

जयंत मार्ग में धूल के उड़ते हैं गुब्बारे
जयंत से लेकर सिंगरौली मोरवा का सफर करना अब आसान नहीं रह गया है। आलम यह है कि जयंत परियोजना के वर्कशॉप से लेकर मोरवा तक पहुंचने तक धूल के गुब्बारों ने लोगों की सांसों को सामत में डाल देता है। बताया जाता है कि उक्त मार्ग की हालत इतनी खस्ता हो गयी है कि मोटर साइकिल से यात्रा करने वाले लोग कोल वाहनों के सामने से गुजरते देख अनियंत्रित हो जाते हैं। जिसके चलते इस मार्ग से लोग आने जाने में कतराते हैं। आरोप है कि प्रदूषण फैलाने में कोल खनन, परिवहन सबसे बड़ा कारण है।

नव भारत न्यूज

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