– ग्वालियर में 37 परीक्षा केन्द्र बनाये गये थे
– परीक्षार्थियों ने बड़ागांव खेरिया केन्द्र पर पेपर का पैकेट खुला होने का आरोप लगा हंगामा मचाया
ग्वालियर। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से राज्य सेवा एवं राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 रविवार को ग्वालियर में 37 परीक्षा केन्द्रों पर हुई। जिले में 14437 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी, लेकिन 15 प्रतिशत परीक्षार्थी परीक्षा देने नहीं आए।
एमपी-पीएससी की परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षार्थियों को कड़ी चेकिंग के बाद ही परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया गया। परीक्षार्थियों से मोबाइल, पर्स, स्मार्ट वॉच सहित साधारण वॉच भी बाहर रखवा ली गई थी। लड़कियों को परीक्षा सेंटर के अंदर जाने से पहले बालों में लगे रबर बैंड, क्लेचर, हाथों में कलावा तक खुलवा लिया था। पहले पाली में हुए जीएस के पेपर के बाद जब परीक्षार्थियों से बात की गई तो उनका कहना था कि पेपर न ज्यादा कठिन था न ही एक दम सरल था। औसम पेपर था। जिसमें सभी कुछ सिलेबस से आया था। ऐसा कुछ भी नहीं था जो पढ़ा नहीं हो। अभ्याथियों को परीक्षा प्रारंभ होने के एक घंटे पूर्व केन्द्र पर उपस्थित होना था। परीक्षार्थी ठीक एक घंटे से पहले ही परीक्षा केन्द्र पहुंच गए थे। परीक्षार्थी मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रोनिक डिवाइस नहीं ले जा सके। परीक्षा कक्ष में जूते-मोजे पहनकर प्रवेश भी वर्जित रहा।
वहीं ग्वालियर के बड़ागांव खेरिया मोदी सर्वधर्म शिक्षा महाविद्यालय में परीक्षार्थियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। परीक्षार्थियों का कहना था कि जब पेपर पैकेट क्लास में आया तो वह खुला हुआ था। जबकि नियम में पेपर पैकेट परीक्षार्थियों के सामने ही खोला जाता है। हंगामा कर रहे छात्रों को परीक्षा हॉल से बाहर भी निकाल दिया गया। आखिर में प्रशासनिक टीम आई तो उनके सामने भी छात्रों ने यही आरोप लगाया। हालांकि इस मामले में छात्रों ने कोई लिखित शिकायत नहीं की है।