नयी दिल्ली 19 जून ( वार्ता) देश भर में बुधवार को ‘राष्ट्रीय पठन दिवस’ के अवसर पर पठन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये कई रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित किये गये।
पठन पाठन से संबंधित कार्यक्रम नेशनल बुक ट्रस्ट, (एनबीटी) इंडिया ने पुस्तकालय आंदोलन के जनक पी.एन. पन्निकर की याद में किया।
इस अवसर पर दिल्ली, देहरादून, पटना, लखनऊ, भोपाल, वाराणसी, मुंबई, गुवाहाटी, अगरतला, कटक, चेन्नई, हैदराबाद और कोच्चि सहित अन्य राज्यों के अलग-अलग स्थानों पर विद्यार्थी, शिक्षक और प्रशिक्षक शामिल हुए।
इस मौके पर बाल विशेषज्ञों ने बच्चों से कहानियाँ, कविताएँ पढ़वाईं और यह बताया कि किस तरह विषय के अनुरूप भावों के साथ प्रस्तुत किया जाता है।
इसके अलावा कार्यक्रमों में बच्चों की पढ़ने की आदत में सुधार करने में सहायता की गई। बच्चों को पुस्तकें पढ़ने और शिक्षा मंत्रालय द्वारा तैयार तथा एनबीटी, इंडिया द्वारा संचालित राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय के जरिये डिजिटल रीडिंग पर भी जोर दिया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी बच्चों को एनबीटी, इंडिया की तरफ से पुस्तकें भेंट स्वरूप दी गईं।
हैदराबाद में विवेकानंद स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध बाल साहित्यकार और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित चोक्कपु वेंकटरामा ने बच्चों को कहानियाँ सुनाते हुए उन्हें भी स्व रचित कहानियाँ सुनाने के लिए प्रोत्साहित किया। वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट में एनबीटी, इंडिया के बने एयरपोर्ट रीडिंग लॉन्ज में एक साथ कई पाठकों ने पुस्तकें पढ़ीं। देहरादून में जहाँ प्रसिद्ध बाल कथावाचक अनूभा ने बच्चों को कहानियाँ सुनाईं, वहीं कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर स्थापित एनबीटी, इंडिया की बुकशॉप में डॉ. टीना कुमारी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए कविता वाचन सत्र का आयोजन किया।
इस मौके पर बेंगलुरु के बीपीएमएस गवर्नमेंट स्कूल में बाल साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कन्नड़ लेखक मत्तूरु सुब्बण्णा और कथावाचक अश्वनी शानबाग ने बच्चों को कहानियाँ सुनाकर उन्हें भी पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए प्रेरित किया।