नयी दिल्ली, 11 जून (वार्ता) दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि विभाग द्वारा इस बार ऐसी तैयारी की गई है कि यदि पिछली बार की भांति भी पानी यमुना में आ जाएगा तो भी दिल्ली में बाढ़ नहीं आएगी और पानी सड़कों पर नहीं आएगा I
श्री भारद्वाज आईटीओ स्थित यमुना के बैराज की स्थिति का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से कहा कि पिछले साल जैसी बारिश हुई और हरियाणा की ओर से जितना पानी यमुना में छोड़ा गया, बीते कई दशकों में इतना पानी कभी यमुना में नहीं आया था। उन्होंने कहा कि हालांकि यह बैराज हरियाणा सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है, इस बैराज के संचालन की जिम्मेदारी हरियाणा सरकार की है, परंतु बीते वर्ष की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही इस बार दिल्ली सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने समस्या से निपटने के लिए हरियाणा सरकार के साथ तालमेल करके सारी तैयारियां की है I विभाग द्वारा इस बार ऐसी तैयारी की गई हैं, कि यदि पिछली बार की भांति भी पानी यमुना में अगर आ जाएगा तो भी दिल्ली यमुना में बाढ़ नहीं आएगी और यमुना का पानी सड़कों पर नहीं आएगा I
उन्होंने कहा कि लगभग पिछले तीन महीने से यह काम चल रहा है और सभी बैराज के आसपास से बड़ी मात्रा में जमा मिट्टी को हटा दिया गया है और सभी बैराजों को खोल दिया गया है I उन्होंने बताया कि कुछ बैराज जो नहीं खुल पा रहे थे उनको काटकर अलग हटा दिया गया है ताकि पानी के प्रवाह में किसी प्रकार की कोई रुकावट न आए I
श्री भारद्वाज ने बताया कि इस बार यमुना में पानी इकट्ठा ना हो और बाढ़ की स्थिति पैदा ना हो उससे निपटने के लिए पहली बार एक प्रयोग सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा किया गया है I उन्होंने बताया कि इस प्रयोग को ‘पायलट कट’ कहा जाता है I इस प्रयोग के तहत बैराज के आसपास वर्षों से जमा मिट्टी को ठीक बैराज के सामने से खोदते हुए दूर तक छोटी-छोटी नहरे बना दी जाती हैं I इस कार्य को करने में यमुना में बनाई गई कृत्रिम नहरों के बीच में वर्षों से जमा मिट्टी के छोटे छोटे टापू बन जाते हैं और जब पीछे से बारिश का पानी हरियाणा की तरफ से छोड़ा जाएगा, तो वह तेज बहाव के साथ इन कृत्रिम नहरों से होते हुए आगे निकलेगा और उसके बहाव के साथ बीच-बीच में बने मिट्टी के यह टापू उस पानी के साथ बहकर आगे निकल जाएंगे।