भावनगर, 08 जून (वार्ता) पश्चिम रेलवे में गुजरात के भावनगर रेलवे मंडल के लोको पायलट की सतर्कता से अप्रैल और मई दो महीनों में 13 शेरों की जान बची है।
मंडल रेल प्रबंधक रवीश कुमार ने शनिवार को बताया कि भावनगर मंडल द्वारा सिंहों को ट्रेन की चपेट में आने से बचाने के लिये विभिन्न उपाय किये गये हैं। लोको पायलटों द्वारा सावधानी रखने की वजह से अप्रैल और मई-2024 मात्र दो महीनों में 13 शेरों को ट्रेन की चपेट में आने से बचाया गया है। लोको पायलटों को उत्कृष्ट कार्य करने के लिये प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मंडल रेल प्रबंधक द्वारा उन्हें अवार्ड भी प्रदान किया जाता है।
श्री कुमार ने बताया कि मंडल द्वारा लोको पायलटों को गति नियंत्रण के लिये सख्त निर्देश दिये गये हैं। उन्हें जंगल के क्षेत्र जैसे ढसा से पीपावाव, गाधकडा से वीजपडी, राजुला सिटी से पीपावाव पोर्ट और राजुला से महुवा सेक्शन में विशेष सावधानी रखते हुये एवं हार्न बजाते रहने और गति सीमा को नियंत्रण में रखने का निर्देश जारी किया गया है, जिसकी लोको पायलटों द्वारा अनुपालना की जा रही है। शेरों के रेलवे ट्रैक के आसपास होने की स्थिति ज्ञात होने पर रेल प्रसाशन द्वारा सावधानी आदेश जारी किये जाते हैं। वन विभाग और रेलवे प्रसाशन द्वारा मिलकर रेलवे ट्रैक के पास सिहों की आवाजाही पर कड़ी नजर रखी जा रही है।