नयी दिल्ली, 05 दिसंबर (वार्ता) चालक दल की कमी और परिचालन संबंधी समस्या से जूझ रही इंडिगो ने शुक्रवार को देश भर में “1,000 से अधिक” उड़ानें रद्द कीं जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शनिवार को भी सैकड़ों उड़ानें रद्द रहने की आशंका है।
इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर एलबर्स ने एक वीडियो मैसेज में प्रभावित यात्रियों से माफी मांगते हुए बताया कि पिछले कुछ दिनों में एयरलाइंस ने परिचालन संबंधी गंभीर समस्या का सामना किया है और यह संकट लगातार बढ़ता गया। इसमें 05 दिसंबर सबसे अधिक प्रभावित दिन रहा जब 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
उन्होंने कहा कि सुधार के पिछले सभी प्रयास विफल होने के बाद कंपनी ने नये सिरे से शुरुआत करने का फैसला किया और आज सभी विमानों तथा चालक दल के सदस्यों को उस जगह पर रखा गया है जहां से उन्हें शनिवार की सुबह यात्रा शुरू करनी चाहिये।
श्री एलबर्स ने बताया कि शनिवार को 1,000 से कम उड़ानें रद्द होने की उम्मीद है, और 10 से 15 दिसंबर के बीच स्थिति पूरी तरह सामान्य होने का अनुमान है। बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने से यात्रियों को काफी परेशानी का समाना करना पड़ा। दिल्ली हवाई अड्डे से रवाना होने वाली इंडिगो की 135 और आने वाली 90 घरेलू उड़ानें रद्द रहीं। मुंबई से जाने वाली 250 से अधिक उड़ानें रद्द की गयीं। अन्य शहरों में भी बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द की गयीं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया कि केंद्र सरकार पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करायेगी।
लोगों की परेशानी और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नागर विमानन महानिदेशालय ने पायलटों को हर सप्ताह दिये जाने वाले अनिवार्य विश्राम संबंधी नियमों में बदलाव किया है। उसने अनिवार्य विश्राम अवधि को साप्ताहिक अवकाश के साथ मिलाने की मनाही संबंधी अपना आदेश वापस ले लिया है।
इसके अलावा इंडिगो को नाइट ड्यूटी संबंधी कुछ प्रावधानों के अनुपालन में 26 फरवरी तक रियायत दी गयी है। नियामक ने एयरलाइंस से चालक दल के सदस्यों की संख्या जल्द से जल्द बढ़ाने की हिदायत दी है। साथ ही उससे हर पखवाड़े स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा गया है।
इंडिगो ने यात्रियों को 05 से 15 दिसंबर तक के टिकट रद्द कराने पर पूरा पैसा वापस करने की बात कही है। साथ ही कहा है कि इस अवधि के टिकट रिशिड्यूल कराने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा।
