चंदेरी: हीज खास तालाब मेला ग्राउंड निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर अपने घर पर फांसी का फंदा बनाकर झूल गया, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं घटना की जानकारी लगने के बाद एकत्रित हुए परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने पुलिसकर्मी पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए पैसे की मांग किए जाने की बात कहते हुए चक्काजाम कर दिया। बताया जा रहा है कि मृतक व्यक्ति की तीन बेटिया है, जिसे पुलिसकर्मी द्वारा लगातार फोन कर पैसों की मांग की जा रही है। जिससे तंग आकर उसने ऐसा कदम उठाया।
जानकारी के अनुसार मेला ग्राउंड निवासी मनोज प्रजापति पुत्र बाबूलाल प्रजापति ने मंगलवार शाम अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसे परिजनों ने पुलिस प्रताड़ना से आहत होकर इतना बड़ा कदम उठाने की बात कहीं। इस दौरान परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि एक पुलिस वाले विगत तीन दिन से फोन आ रहे थे कि थाने आ जाओ, परिजनों का कहना है कि मनोज प्रजापति से पुलिस वाले पैसों की मांग कर रहे थे।
जिसके चलते उसने कुछ पैसे दे भी दिए थे, फिर भी पुलिस वाले द्वारा बार बार फोन लगा कर प्रताड़ित किया जा रहा था। यहीं मंगलवार को दिन में उसके पास लगातार फोन आ रहे थे इससे परेशान होकर मनोज अपने ही घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का यह भी आरोप है कि आत्महत्या के बाद भी उस पुलिस वाले के फोन आए थे। परिजनों पर पुलिस वाले का नंबर भी मौजूद हैं जो बंद आ
रहा है।
परिजनों में रोष, किया चक्काजाम
मनोज के आत्महत्या जैसा कदम उठाने पर परिजनों और मौहले बालों में भारी रोष देखने को मिला। जिसके चलते उन्होंने मुख्य चौराहे दिल्ली दरवाजा पर शथ रखकर चक्काजाम कर दिया। वहीं खबर लिखे जाने तक जाम नहीं खुल सका। वहीं चक्काजाम की सूचना मिलते हो एसडीओपी शैलेन्द्र शर्मा, एसडीएम मनीष धनगर, तहसीलदार दिलीप दरोगा, नगर निरीक्षक मनीष जादोन अपने दल के पहुंचे और परिजनों से चर्चा कर उन्हें समझाइस दी गई कि उचित कार्रवाई की जाएगी, लेकिन परिजन इस आश्वासन पर नहीं माने और खबर लिखे जाने तक देर शाम तक चक्काजाम लगा रहा।
मृतक था तीन बेटियों का पिता, पत्नि है गर्भवती
पुलिस द्वारा किसी भी मामले में किस प्रकार अवैध बसूली की जाती है और इस अवैध बसूली के लिए पुलिसकर्मियों द्वारा किस तरह लोगों को प्रताड़ित किया जाता है, कि वह परेशान होकर आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते है। बताया जा रहा है कि मृतक मनोज तीन बेटिया का पिता होने के साथ ही उसकी पत्नि गर्भवती है। इतना सबकुछ होने के बाद भी पुलिसकर्मी अपनी अवैध बसूली से बाज नहीं आयाऔर पैसे लेने के बाद भी उसे लगातार प्रताड़ित किया। जिसके कारण उसने अपनी जान दे दी। यहा सोचनीय विषय यह है कि जहां पुलिसकर्मी की अवैध बसूली ने तीन बेटियों से उसके पिता का साया छीन लिया, ती नहीं पत्नि के गर्भ में पल रहे नवजात को पिता देखना तक
नसीब नहीं होगा।
निलंबन कर साख बचाने की कोशिश
मनोज के आत्महत्या के मामले में एसडीओपी शैलेन्द्र शर्मा और नगर निरीक्षक मनीष जादीन ने बताया कि परिजनों द्वारा आरक्षक सोबरन सिंह राजपूत पर आरोप लगाए जा रहे हैं, जो कि एक महीने पहले ही थाना चंदेरी में आया है और कोर्ट में मुंशी का काम देखता है। मृतक पर पहले से प्रकरण दर्ज था और स्थाई वारंटी था तामील कराने कोर्ट में पेश होने के लिए मृतक को फोन लगाया जा रहा होगा, जिसकी जांच की जा रही। फिलहाल पुलिस ने बीएनएस की धारा 194 के अंतर्गत मर्गकायम कर विवेचना में लिया है। तो वहीं उसे निलंबन कर पुलिस अपनी साख बचाने में लगी हुई है।
