नलखेड़ा: तहसील के ग्राम धरोला में शनिवार मध्य रात्रि को आयोजित एक शादी समारोह में खुशियों का माहौल अचानक अफरा-तफरी में बदल गया. समारोह में भोजन करने के बाद रात में ही लोगों की तबीयत बिगडऩे लगी.उल्टी-दस्त की समस्या से पीडि़त ग्रामीणों की संख्या बढक़र 46 से अधिक हो गई, जिनमें पुरुष, महिला और बच्चे शामिल हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बीएमओ डॉ.विजय यादव के निर्देश पर सिविल अस्पताल नलखेड़ा से डाक्टरों की टीम और काम्बैट यूनिट तुरंत गांव पहुंची.
स्वास्थ्य टीम ने मौके पर ही 46 मरीजों का प्राथमिक उपचार किया, जबकि हालत को देखते हुए मरीजों को निगरानी में रखने के लिए कुछ लोगों को सिविल अस्पताल भेजा गया. डाक्टरों के अनुसार सभी मरीज अब स्थिर स्थिति में हैं. घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमला तुरंत सक्रिय हो गया. मौके पर एडिशनल एसपी रविंद्र कुमार बोयट, तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव, थाना प्रभारी नागेश यादव सहित स्वास्थ्य और खाद्य विभाग की टीम पहुंची. अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया और पीडि़तों से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली.
पूरी रात परेशान हुए ग्रामीण
ग्रामीणों के अनुसार शादी समारोह में भोजन करने के कुछ ही घंटे बाद कई लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायतें शुरू हो गईं. धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती गई और देखते ही देखते कई घरों में लोग बीमार पडऩे लगे. अचानक इतनी बड़ी संख्या में लोगों की तबीयत बिगडऩे से गांव में दहशत का माहौल बन गया.परिजन बीमारों को लेकर इधर-उधर भागते रहेए तब जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और राहत कार्य शुरू किया.
सैंपल लिए, जांच में जुटा स्वास्थ्य विभाग
शादी समारोह में परोसे गए भोजन को फूड पाइजनिंग का संभावित कारण माना जा रहा है. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर भोजन के सैंपल लेकर जांच शुरू कर दी है. ताकि इस घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके. अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि भोजन में किस सामग्री या प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई. ग्रामीणों का मानना है कि खाना बनाने में उपयोग की गई सामग्री खराब हो सकती है या फिर साफ. सफाई का ध्यान नहीं रखा गया होगा.
स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर पूरे गांव में जागरूकता अभियान चलाने और बीमारी फैलने से रोकने के निर्देश दिए हैं. गांव में अभी भी लोग एहतियात बरत रहे हैं और जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो. धरोला गांव की यह घटना फिर साबित करती है कि शादी समारोह में भोजन की स्वच्छता और गुणवत्ता पर जरा सी लापरवाही भी बड़े हादसे का रूप ले सकती है.
इनका कहना है
शादी कार्यक्रम में फूड पॉइजनिंग होने पर भोजन के सैंपल लिए गए हैं, जो राज्य खाद्य प्रशिक्षण केंद्र भोपाल भेजे गए हैं.
भेरू सिंह जामोद, खाद्य अधिकारी, आगर मालवा
