नवभारत न्यूज
खंडवा। सर्वे और और तमाम गणितज्ञों की नजर में भाजपा खंडवा में परचम लहरा सकती है। भाजपा कार्यालय में एलईडी और बैनर पोस्टरों की तैयारी हो गई है। कैरी का पना कार्यकर्ताओं को पिलाकर दिमाग कूल रखने की कोशिश होगी। कांग्रेस की तैयारी भी भाजपा की इस कथित जीत को कंफ्यूज कर रही है।
कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन को भी दुल्हन की तरह टीप टॉप किया जा रहा है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को सम्मेलन जैसी परिस्थितियों में एक दिन पहले बुलाकर गिनती पर नजर रखकर, उन्हें मतगणना स्थल पर ड्यूटी के रूप में तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। अब कौन जीतेगा, और कौन हारेगा यह जानने के लिए आज 4 जून की दोपहर बाद का इंतजार करना होगा।
टूट रही जागरूक
लोगों की खामोशी
संसदीय सीट के आठों विधानसभा क्षेत्रों में परिणाम से पहले मतदाताओं की खामोशी टूट रही है। हर तरफ चर्चाओं का दौर जारी है। सब अपने हिसाब से गणित लगा रहे हैं। भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशी भी अपने समर्थकों से जीत का आधार वोटिंग प्रतिशत पर आंकलन करवाते रहे।
दोनों को जीत
का भरोसा
दोनों प्रत्याशियों को भरोसा है कि उनकी जीत तय है। भाजपा प्रत्याशी को मोदी के चेहरे और हिंदुत्व के साथ स्थाई सरकार पर भरोसा है।
नोटा मतलब
भाजपा की खिलाफत
कांग्रेस केवल दो ही मुद्दों पर जीत का दावा मजबूत मान रही है। इसमें सबसे बड़ा फैक्टर महंगाई और दूसरा मतदान का प्रतिशत है। कुल वोटिंग के प्रतिशत में आश्चर्यजनक रूप से नोटा दबा है। यह सत्तारुढ़ पार्टी की खिलाफत कहा जा सकता है।
कुछ भी हो ये ईवीएम हैं। परिणाम के बाद सर्टिफिकेट जिसके हाथ में आ जाए, वही दिल्ली की गोल बिल्डिंग में घुसने का पात्र होगा।
अभी भी जीत का कन्फ्यूजन बरकरार
अजीब बात तो यह है कि परिणाम की प्रत्याशियों से ज्यादा आम जागरूक मतदाताओं को चिंता है। कोई भाजपा को जिता रहा है,तो कोई कांग्रेस के जीतने के गणित मुखजबानी बता रहा है। कांग्रेसियों का कहना है कि जनता में महंगाई,बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर नाराजगी साफ दिखी है।
मोदी के चेहरे
पर बड़ा विश्वास
इसीलिए मतदाता वोट डालने नहीं निकले। जिन लोगों ने वोट डाला उनमें सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ गुस्सा था। दूसरी तरफ भाजपाईयों का कहना है कि मोदी के विकास की वजह से मतदान का प्रतिशत रहा है। गौरतलब है कि पूरे चुनाव के दौरान खंडवा संसदीय क्षेत्र में भाजपा कांग्रेस के दिग्गजों ने डेरा नहीं डाला था।
हॉट सीट मानी जा रही खंडवा लोकसभा पर सबकी नजरें हैं, ऐसे में मतदान के प्रतिशत के आधार पर दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल जीत जीत के दावे कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव के परिणामों का चार्म इलेक्ट्रानिक मीडिया के सर्वे ने उतार पर ला दिया। सर्वे गलत भी साबित होने की चर्चाएं हो रही हैं।
कांग्रेसियों को भरोसा है कि खंडवा सीट कांग्रेस निकाल रही है,जबकि भाजपाई सौ प्रतिशत आशान्वित हैं कि वे ही जीत रहे हैं। दोनो ही दल के लिए चिंता की बात यहा है कि खंडवा लोकसभा चुनाव में 71.46 प्रतिशत मतदान हुआ है। असलियत आज 4 तारीख की दोपहर तक सामने आना शुरू हो जाएगी।