
सौसर। विकासखंड की ग्राम पंचायत रामाकोना एक बार फिर आर्थिक अनियमितताओं के चलते चर्चा में है। पंचायत निधि में लाखों रुपये के गबन के मामले में सरपंच श्वेता गोहेल सहित दो तत्कालीन सचिवों पर कार्रवाई हेतु आदेश जारी किए गए थे। आदेशानुसार दोनों सचिवों ने अपनी-अपनी हिस्से की राशि जमा कर दी है, जबकि सरपंच द्वारा लगभग तीन लाख सड़सठ हजार पाँच सौ पचपन रुपये अब तक जमा नहीं किए गए हैं।
शिकायतकर्ता पंचों का आरोप है कि सरपंच द्वारा विभागीय आदेशों की अवहेलना की जा रही है, जिसे प्रशासन भी गंभीरता से नहीं ले रहा है। मामले को लेकर पंचायत के विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं और आमजन को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस पर नाराज पंच अब मध्यप्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 92 के तहत कठोर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।
पूर्व उपसरपंच मुन्ना भाई कलाम ने कहा कि गबन सिद्ध होने के बावजूद सरपंच मनमानी कर रही हैं। जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर तत्काल कार्यवाही की मांग की गई है।
इनका कहना है:
ग्राम पंचायत रामाकोना सरपंच को गबन की गई राशि जमा करने हेतु पत्र जारी किया गया था। महीनों बीत जाने के बावजूद राशि जमा न होने पर इसकी जानकारी जिला पंचायत प्रशासन को भेज दी गई है।
प्रफुल लव्हाहे, सीईओ जनपद पंचायत सौसर
