शिकायत मिलते ही एसडीएम ने दी दबिश, मचा हडक़ंप, 44 फर्जी किताबें जब्त
जबलपुर। फीस मुनाफाखोरी और किताबों की कमीशनखोरी में फंसे विजय नगर स्थित स्टेमफील्ड स्कूल प्रबंधन ने साक्ष्य मिटाने की कोशिश की है। दरअसल रविवार को अवकाश के दिन स्कूल प्रबंधक द्वारा बच्चों के अभिभावकों को किताबें वापस जमा करने के लिए गुपचुप तरीके से बुला लिया गया। यह वे किताबें थी जिनमें इंटरनेशनल स्टैंडर्स बुक नंबर यानि आइएसबीएन नहीं हैं और फर्जी है। शिकायत मिलते अधारताल एसडीएम शिवाली सिंह के नेतृत्व में जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी और पुलिस स्कूल पहुंच गई और हडक़ंप मच गया। जांच पड़ताल और कई अभिभावकों के बयान लिए गए जिसमेें शिकायत सही पाई गई। मौके से 44 फर्जी किताबें भी जब्त की गई हैं। मामले में टीम रिपोर्ट तैयार करने के बाद सीधे कलेक्टर दीपक सक्सेना को सौंपेगी जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
अभिभावकों के बयान लिए
जांच टीम ने मौके पर उपस्थित अभिभावकों के बयान लिए। जिसमें पाया गया कि रात में अचानक स्कूल प्रबंधक की ओर से उन्हें मैसेज आया था और आनन-फानन में अवकाश के दिन किताबें जमा करने के लिए बोला गया था। दल ने अभिभावकों से ली गई किताबों को भी जब्त किया। इनमें हिंदी समेत कई अन्य विषयों की किताबें थीं।
इन पर दर्ज है मामला
निजी स्कूलों की जांच के दौरान, स्टेमफील्ड स्कूल की चेयरमैन मधुरानी जायसवाल, सचिव पर्व जायसवाल, कोषाध्यक्ष सुप्रिया जायसवाल और प्राचार्य मनमीत कोहली पर भी मामले दर्ज किए गए हैं। इन पर अभिभावकों से अवैध फीस वसूली का आरोप है, जिसकी पुलिस और प्रशासन जांच कर रहे हैं।
रिमांड में बुक डिपो संचालक उगल रहे राज
आलोक इंदुरख्या, न्यू राधिका बुक पैलेस विजय नगर, श्रीराम इंदुरख्या, प्रो. न्यू राधिका बुक विजय नगर को गोराबाजार पुलिस ने रिमांड में लिया है जिन्हें कोर्ट मेें पेश किया जायेगा। पूछताछ में नई जानकारी पुलिस के हाथ लगी है। स्टेम फील्ड स्कूल के सचिव पर्व जायसवाल ने न्यू राधिका बुक पैलेस एकता चौक जबलपुर के संचालक आलोक इंदुरख्या के साथ मिलकर ऐसी किताबें भी कोर्स में शामिल कराईं थीं जिनका आइएसबीएन नंबर फर्जी रहा है।
19 आरोपी जेल में
निजी स्कूलों की मनमानी फीस वसूली, कॉपी किताबों आदि में कमीशनखोरी के मामले में फंसे स्कूल संचालक, प्राचार्य के साथ पुस्तक विक्रेताओं की रातें जेल में मुश्किल से कट रही है। फिलहाल 19 लोग जेल के अंदर हैं।