नीमच। गांधी सागर अभयारण्य में गांव बुज के पास चीतों के लिए बनाए गए बाड़े में गुरुवार दोपहर आग लग गई। इससे 40 हेक्टेयर वन क्षेत्र जलकर राख हो गया। वन कर्मचारी गर्मी से पहले आग की रोकथाम के लिए अग्नि सुरक्षा रेखा बना रहे थे। इस पद्धति में वन विभाग एक लंबी पट्टी में आग लगाकर उसे बुझा देता है। इससे जगह खाली हो जाती है और गर्मी में आग फैल नहीं पाती है।
सुबह काम हुआ था, लेकिन दोपहर में गर्मी और हवा से आग फिर से लग गई और घास में फैल गई। जलते हुए घास के तिनके हवा के साथ उडऩे लगे और आग आसपास के चैनपुरिया गांव (रावलीकुड़ी) तक पहुंच गई। दोपहर 12 बजे सूचना मिली।
इसके बाद मंदसौर-नीमच के 150 से अधिक वन अधिकारी-कर्मचारी, 50 चौकीदार और सैकड़ों ग्रामीण आग पर काबू पाने के लिए जुटे। शाम 4 बजे आग पर काबू पाया जा सका। मंदसौर डीएफओ संजय रायखेरे के मुताबिक, दोपहर में गर्मी बढऩे व हवा चलने से आग भडक़ गई। 4 घंटे में इस पर काबू पा लिया था।