
बैतूल। बैतूल-भोपाल हाईवे एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार वजह जनता की नहीं, खुद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की नाराजगी है। हाईवे की बदहाल हालत देखकर मंत्री का सब्र टूट गया और उन्होंने अधिकारियों से ऐसा तीखा सवाल पूछा, जिसने पूरे तंत्र को कटघरे में खड़ा कर दिया क्या ठेकेदार से हफ्ता मिल रहा है क्या?
दरअसल, 28 अक्टूबर को सीआईआई के एक कार्यक्रम में गडकरी ने बैतूल-भोपाल मार्ग की दुर्दशा पर खुलकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि सड़क की खराब गुणवत्ता के लिए सीधे प्रोजेक्ट डायरेक्टर और रीजनल ऑफिसर जिम्मेदार हैं। मंत्री ने साफ कहा कि अच्छी सड़कें जनता का हक हैं, और जो अफसर इसे नहीं समझते, उनके प्रमोशन रोक दो।
उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने इस मामले में मंत्रालय के सचिव को पत्र भी लिखा है और अधिकारियों से जवाब मांगा है। गडकरी ने कहा, बैतूल से आगे सड़क देखकर मुझे खुद शर्म आई। दस साल की डिफेक्ट लायबिलिटी के बावजूद हालात ऐसे क्यों हैं?
गडकरी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें वे अधिकारियों को फटकारते नजर आ रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि 25 अक्टूबर को वे परिवार सहित सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के दौरे पर गए थे, और तभी उन्हें सड़क की वास्तविक स्थिति का अंदाजा हुआ।
इधर, कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देते हुए टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन किया और टोल वसूली बंद करने की मांग की। जनता का कहना है कि एक साल से यह सड़क गड्ढों में तब्दील है, निर्माण अधूरा है और फिर भी टोल वसूली जारी है।
