बनखेड़ी। धान की पराली जलाने पर सैटेलाइट से निगरानी कर किसानों पर केस दर्ज करने और जुर्माना लगाने की कार्रवाई के विरोध में सोमवार को बनखेड़ी क्षेत्र के दस से अधिक गांवों के सैकड़ों किसान एकजुट होकर तहसील कार्यालय पहुंचे। किसानों ने तहसीलदार को कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
किसानों ने ज्ञापन में कहा कि बनखेड़ी क्षेत्र में धान प्रमुख फसल है और पराली जलाने के अलावा उनके पास कोई अन्य व्यवहार्य विकल्प नहीं है। शासन ने अब तक पराली नष्ट करने या खेत तैयार करने के लिए कोई प्रभावी वैकल्पिक साधन उपलब्ध नहीं कराया है। किसानों ने मांग की कि शासन या तो पराली नष्ट करने हेतु मशीनें उपलब्ध कराए या फिर पराली जलाने की अनुमति प्रदान करे, क्योंकि यह उनकी मजबूरी है।
किसानों का कहना था कि धान कटाई के बाद अगली फसल की बुवाई समय पर करने के लिए खेतों को जल्दी तैयार करना पड़ता है, जो बिना पराली जलाए संभव नहीं है।
ज्ञापन सौंपने वालों में मकरन सिंह पटेल, सूर्यकांत पटेल, पप्पू पटेल, दशरथ पटेल, सुरेन्द्र पटेल, भानु टेकन, वकील मुकद्दम, उमाकांत पटेल, बृजेश पटेल, चंदन पटेल, छोटा पटेल, संतोष पटेल, छोटू पटेल, निलेश पटेल, केसर सिंह पटेल, किशन पटेल, राजेश पटेल, जितेंद्र भार्गव, गेंदालाल पटेल सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल रहे।
