
छिंदवाड़ा/ परासिया। छिंदवाड़ा जिले में जहरीले कफ सिरप मामले में पुलिस द्वारा आरोपी बनाए गए डॉक्टर प्रवीण सोनी की जमानत याचिका पर सोमवार को सुनवाई होनी थी लेकिन नंबर नहीं आने से तारीख बढ़ गई। आज या कल जमानत याचिका पर सुनवाई हो सकती है। डॉ प्रवीण सोनी के वकील द्वारा माननीय हाईकोर्ट में 10 अक्टूबर को जमानत याचिका प्रस्तुत की गई थी। जिले में 24 बच्चों की मौत के मामले में पुलिस ने एक ओर बड़ी कार्रवाई करते हुए श्रीसन फार्मा कंपनी के मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) सतीश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। खबर थी की सोमवार को एस आई टी परासिया न्यायालय में पेश कर रिमांड लें सकती है, लेकिन देर शाम तक पुलिस एम आर को लेकर न्यायालय नहीं पहुंची।माना जा रहा है मंगलवार को पुलिस आरोपी को पेश कर सकती है। एम आर की इस मामले में छठवीं गिरफ्तारी है। सूत्रों के अनुसार एसआईटी की टीम ने रविवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे सतीश वर्मा को उसके घर से हिरासत में लिया, जिसके बाद उसे परासिया लाया गया। बताया जा रहा है कि सतीश वर्मा लंबे समय से श्रीसन फार्मा कंपनी के लिए काम करता था। छिंदवाड़ा सहित पांच जिलों में कंपनी की दवा बिक्री का जिम्मा उसी के पास था। कंपनी के एम डी रंगनाथन की गिरफ्तारी के बाद मिली जानकारी के आधार पर एमआर की भूमिका को लेकर अहम जानकारियां सामने आईं, जिसके बाद गिरफ्तारी की गई। पुलिस द्वारा गिरफ्तार एमआर डॉक्टरों को श्रीसन कंपनी की दवाइयाँ लिखने के लिए प्रेरित करता था। अब तक इस मामले में छह गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिसमें सबसे पहले डॉक्टर प्रवीण सोनी कंपनी मालिक रंगनाथन मेडिकल स्टॉकिस्ट राजेश सोनी ,फार्मासिस्ट सौरभ जैन,केमिस्ट माहेश्वरीऔर अब एमआर सतीश वर्मा को पुलिस द्वारा मामले में आरोपी बनाया गया है।
