अहमदाबाद, (वार्ता) वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में चल रही 11वीं एशियाई एक्वेटिक्स चैंपियनशिप के तीसरे दिन मंगलवार को श्रीहरि नटराज ने एक बार फिर भारत के लिए परचम लहराया। उन्होंने पुरुषों की 100 मीटर फ़्रीस्टाइल में कांस्य पदक जीता और अपने पदकों की संख्या पांच (तीन व्यक्तिगत, दो रिले) तक पहुंचा दिया।
पांचवीं लेन में खड़े श्रीहरि ने अपनी रेस में तेज़ी दिखाई। 50 मीटर के निशान पर वह तीसरे स्थान पर रहे। चीन के हाओयू वांग (49.19) और कतर के अली तामेर हसन (49.46) उनसे आगे थे, जबकि आकाश मणि (50.45) उनके ठीक पीछे चौथे स्थान पर रहे। दूसरे लैप में, श्रीहरि ने अपनी लय बनाए रखते हुए 49.96 सेकंड में कांस्य पदक हासिल किया।
फाइनल रेस के बाद श्रीहरि ने कहा, “इस साल मेरा सीज़न अच्छा रहा है और मुझे लगता है कि मेरी ट्रेनिंग भी बहुत अच्छी चल रही है। मैं हीट में तेज़ था और जिस तरह से मेरी ट्रेनिंग चल रही थी, मुझे लगा था कि मैं यहां और भी तेज़ हो जाऊंगा। लेकिन इन लोगों ने भी शानदार रेस तैराई और मुझे खुशी है कि मैं पोडियम पर पहुंचने में कामयाब रहा।”
उन्होंने आगे कहा, “बाहर निकलना, रेस पूरी करना, मेडल सेरेमनी, बहुत अच्छा लग रहा है। देखने वालों की भीड़ वाकई में कमाल की है। हमारे यहां एक बड़ी टीम है, बहुत सारे कोच हैं, बहुत सारे माता-पिता हैं, सभी लोग यहां आए हैं और पिछले तीन दिन बहुत शानदार रहे हैं। ऊर्जा अद्भुत है। आमतौर पर तैराकी में, रेस के समय आप कुछ भी नहीं सुन सकते, लेकिन कल रिले के आखिरी 50 मीटर में, मुझे नहीं पता कि वह कौन था, जिसकी आवाज मैं सुन सकता था। बस चीखें पूरे समय हमारा उत्साह बढ़ा रही थीं। यह एक शानदार एहसास है।”
पुरुषों की 50 मीटर बटरफ्लाई में रोहित बी बेनेडिक्टॉन ने अच्छी शुरुआत की और 23.89 के समय के साथ रजत पदक जीता, हालांकि वह कजाकिस्तान के आदिलबेक मुसिन से करीबी अंतर से पीछे रहे, जो 23.74 के समय के साथ पहले स्थान पर रहे।
इस बीच, महिलाओं की 100 मीटर फ़्रीस्टाइल में, भारत की धिनिधि देसिंघु और शशिधर रुजुला ने फ़ाइनल में जगह पक्की की, लेकिन वे पदक तक नहीं पहुंच सकीं और क्रमशः छठे और आठवें स्थान पर रहीं।
