51 वन समितियों के माध्यम से किया गया तेंदूपत्ता संग्रहण, लक्ष्य से 1172 मानक बोरा तेंदूपत्ता का ज्यादा हुआ संग्रहण
सीधी : जिला वनोपज संघ सीधी द्वारा 7 मई से किया जा रहा तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य आज समाप्त हो गया। निर्धारित लक्ष्य से 1172 मानक बोरा तेंदूपत्ता का ज्यादा संग्रहण किया गया है। तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य जिले में 51 वन समितियों के माध्यम से किया गया।दरअसल मौसम की अनुकूलता के चलते 22 दिनों में जिला वनोपज संघ द्वारा निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य करा लिया गया है। यदि मौसम की प्रतिकूलता रहती तो तेंदुपत्ता की गुणवत्ता भी प्रभावित होती और लक्ष्य के अनुसार तेंदूपत्ता का संग्रहण कराने का कार्य भी बाधित होता। तेंदुपत्ता संग्रहण में सबसे ज्यादा व्यवधान बारिश के चलते होती है।
यदि मौसम खराब हुआ तो तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य भी बंद कर दिया जाता है। मौसम खुलने के बाद ही आगे तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू हो पाता है। दरअसल तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य तेज धूप में ही अच्छा माना जाता है। 2-3 दिन मौसम की प्रतिकूलत के चलते बीच में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य बाधित रहा बाद में मौसम खुल जाने से संग्रहण का कार्य किया गया। सभी समितियों में तेंदूपत्ता सही गुणवत्ता के साथ उपलब्ध होने के कारण तेंदूपत्ता की क्वालिटी भी काफी अच्छी रहती है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार अच्छी गुणवत्ता का तेंदूपत्ता संग्रहित होने पर उसकी मांग भी काफी रहती है।
तेंदुपत्ता की इस वर्ष सीधी जिले के जंगलों में भरपूर मात्रा में उपलब्धता थी। विभागीय सूत्रों का कहना है कि जितनी तेज धूप रहेगी तेंदूपत्ता की गुणवत्ता भी उतनी ही अच्छी रहती है। यदि मौसम में परिवर्तन हुआ एवं बारिश का दौर शुरू हुआ तो तेंदूपत्ता की गुणवत्ता काफी प्रभावित हो जाती है। वर्तमान में जो तेंदूपत्ता वन क्षेत्रों में मौजूद था। उनकी गुणवत्ता काफी अच्छी रही इसी वजह से संग्रहण का कार्य भी कम समय में पूरा हो गया। आरंभ में ही जिला लघु वनोपज संघ द्वारा तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य 25 मई तक जिले में पूर्ण होने का आंकलन किया गया था। सीधी जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य अमूमन हर वर्ष मई महीने में ही शुरू होता है।
करीब महीने भर तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य वन क्षेत्रों में काफी तेजी के साथ किया जाता है। तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए सभी वन क्षेत्रों में श्रमिक बेसब्री से इंतजार करते हैं कि जल्द तेंदूपत्ता संग्रहण शुरू हो। तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए क्षेत्रीय श्रमिक अपना अन्य सभी कार्य बंद कर देते हैं और महीने भर तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य करते हुए काफी आर्थिक लाभ अर्जित किया जाता है। जिला वनोपज समिति द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि तेंदुपत्ता संग्रहण में लगे श्रमिकों को जल्द से जल्द उनकी पारिश्रमिक का भुगतान किया जाय। जिला लघु वनोपज कार्यालय द्वारा तेंदुपत्ता तोड़ाई के लिए पारिश्रमिक का निर्धारण पूर्व में ही कर दिया गया था। श्रमिकों को एक हजार गड्डी तेंदुपत्ता जमा करने पर चार हजार रुपए पारिश्रमिक मिलनी है। प्रति मानक बोरा में एक हजार गड्डी भराई के निर्देश थे। इस तरह प्रति मानक बोरा तेंदूपत्ता गड्डियों का संग्रहण होने पर चार हजार की पारिश्रमिक मिलेगी।
15 जून तक पूर्ण हो जायेगा गोदामीकरण कार्य
जिला लघु वनोपज संघ द्वारा तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य 51 वन समितियों के माध्यम से कराया गया है। तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य आज से बंद होने के बाद अब पूरा ध्यान तेंदूपत्ता के परिवहन एवं गोदामीकरण पर दिया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि वन विभाग के गोदाम हड़बड़ो, टिकरी, टमसार, मझौली, कठौतहा चुरहट, बहरी में होना है। तेंदूपत्ता परिवहन का कार्य कई दिनों से किया जा रहा है। अब भी वन समितियों के पास काफी मात्रा में तेंदूपत्ता मौजूद है जिसका परिवहन एवं गोदामीकरण का कार्य 15 जून तक पूर्ण करने की प्राथमिकता बताई गई है।