गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी: कमिश्नर
नवभारत न्यूज
रीवा, 10 सितम्बर, संभागीय समीक्षा बैठक में कमिश्नर बीएस जामोद ने शिक्षा विभाग के कार्यों और योजनाओं की समीक्षा की. कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में कमिश्नर ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के प्रयास करें. शासकीय स्कूलों और छात्रावासों को इतना आकर्षक बनाएं कि उनमें प्रवेश के लिए बच्चे लालायित हों. शिक्षक विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों से जीवंत संपर्क रखें. बच्चे को सही शिक्षा मिले तो वह हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करेगा. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी.
कमिश्नर ने कहा कि कक्षा एक में लक्ष्य के अनुसार बच्चों के प्रवेश की स्थिति संतोषजनक नहीं है. बच्चों के एडमीशन 30 सितम्बर तक पूरे किए जाने हैं. रीवा जिले में लक्ष्य के 62.2 प्रतिशत, सतना में 56.8 प्रतिशत, सिंगरौली में 63.5 प्रतिशत तथा सीधी में 53.21 प्रतिशत बच्चों का प्रवेश कक्षा एक में हुआ है. सीधी जिले की रैंकिंग 49वीं तथा सिंगरौली की 43वीं रैंक है. कमिश्नर ने कहा कि विभिन्न मापदण्डों में प्रदेश स्तरीय रैंकिंग में 45 से कम रैंक वाले अधिकारियों की वेतनवृद्धि रूकेगी. रैंक 40 से कम तो सभी को कारण बताओ नोटिस दें. हमें सौंपी गई जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाना है. शाला जाने योग्य हर बच्चे का शाला में प्रवेश कराएं. इसमें समग्र आईडी, जन्म प्रमाण पत्र तथा अन्य बाधाओं को दूर करके सात दिवस में 75 प्रतिशत से अधिक की पूर्ति सुनिश्चित करें. टॉप टेन में आने वाले जिलों के अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे.
कमिश्नर ने कहा कि छूटे हुए बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए घर-घर जाकर संपर्क करें. वंचित तथा गरीब वर्ग के हर बच्चे का अनिवार्य रूप से प्रवेश सुनिश्चित करें. जिला शिक्षा अधिकारी तथा अन्य अधिकारी छात्रावासों का नियमित रूप से निरीक्षण करें. निरीक्षण के दौरान छात्रावास की प्रकाश, पानी, भोजन, आवास, शौचालय, साफ-सफाई, पठन-पाठन व्यवस्था तथा सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में प्रतिवेदन दें. छात्रावास में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से हर माह छात्रावास के विद्यार्थियों की स्वास्थ्य जाँच कराएं. साइकिल वितरण के लिए शेष बचे 3001 विद्यार्थियों का सात दिन में सत्यापन करके साइकिलों का वितरण कराएं. सेवानिवृत्त शिक्षकों तथा अन्य कर्मचारियों के लंबित पेंशन प्रकरणों का एक माह में निराकरण कराकर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें. बैठक में कमिश्नर ने गणवेश वितरण, मध्यान्ह भोजन योजना, स्कूलों तथा छात्रावासों में खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन तथा न्यायालयीन प्रकरणों के संबंध में निर्देश दिए. बैठक में संयुक्त संचालक शिक्षा संतोष कुमार त्रिपाठी ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी. बैठक में डीपीसी रीवा एलआर दीपांकर, डीपीसी सतना विष्णु त्रिपाठी, डीपीसी सिंगरौली रामलखन शुक्ला, जिला शिक्षा अधिकारी रीवा सुदामा लाल गुप्ता, एपीसी सीधी डॉ सुजीत मिश्रा तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.