
भोपाल।माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष रहे अमन कुमार द्वारा करोड़ों रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है. अभाविप ने आरोप लगाया है कि इन्होंने लोगों को हर महीने 500 रुपये का लालच देकर इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक में 250 से अधिक खाते खुलवाए. इन खातों का उपयोग 3 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी एवं पैसे के लेनदेन के लिए किया गया. अमन के खिलाफ बिहार पुलिस ने प्रकरण भी दर्ज किया है.
अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शालिनी वर्मा ने कहा कि एनएसयूआई का संरक्षक दल कांग्रेस सेना हो, सर्जिकल स्ट्राइक, ऑपरेशन सिंदूर पर प्रश्न चिह्न उठता हो निश्चित रूप से ऐसे छात्रसंगठन और पार्टी का समर्पण पाकिस्तान के प्रति कितना है. यह आज पुनः स्पष्ट हो गया है जब इस धोखाधड़ी के मामले में पाकिस्तान से जुडे साइबर फ्रॉड गिरोह का कनेक्शन एनएसयूआई भोपाल के कार्यकर्ता अमन से सामने आया है. अमन के मोबाइल से पाकिस्तान के वर्ड नंबर और स्कैनर के आदान-प्रदान के सबूत मिले हैं. जांच में पता चला कि अमन पिछले दो वर्षों से इस खेल में शामिल है और पाकिस्तानी युवक अरसद के संपर्क में काम कर रहा था.
अभाविप के प्रांत मंत्री केतन चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके छात्र संगठन एनएसयूआई का भारतीयों को उगने और पाकिस्तान से यारी का सिलसिला बहुत पुराना है. बार बार देश विरोधी गतिविधियों में एवं देश विरोधी तत्वों के साथ एनएसयूआई के पदाधिकारियों नाम आना यह सिद्ध करता है कि यह नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया नहीं बल्कि एंटी नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया है. उन्होंने मांग की है कि इस मामले में कठोरतम कार्रवाई की जाए.
