हीरा नगर पुलिस ने पांच शांतिर बदमाशों को किया गिरफ्तार
आरोपियों को पकड़ने के लिए खंगाले 250 सीसीटीवी फुटेज
इंदौर: रेडीमेड कॉम्पलेक्स स्थित कपड़ा फैक्ट्री में शटर का ताला तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले 5 शातिर बदमाश को हीरानगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से चोरी के चाँदी के बर्तन व सिक्के, 4 लाख 2 हजार रूपये नगदी, चोरी गये कपड़े और घटना मे प्रयुक्त 2 मोटर साईकल बरामद की गई. आरोपियों ने फेक्ट्री मालिक से पुरानी रंजिश को लेकर घटना को अंजाम दिया था. आरोपियों की तलाश के लिये पुलिस ने 15 किमी में लगे लगभग 250 सीसीटीवी कैमरे खंगाले. आरोपी शातिर बदमाश है पुलिस से बचने के लिये लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे थे.
जानकारी के अनुसार हीरा नगर थाने पर 19 मई को फरियादी उमेश पिता स्व. सुंदर दास डेमला निवाीस मॉडल टाउन कॉलोनी केसरबाग रोड ने शिकायत की थी कि उनकी रेडीमेड कॉम्पलेक्स पर बीजीडी गारमेंट्स के नाम से स्थित फेक्ट्री पर शटर का ताला तोड़कर अलमारी मे रखे हुये लगभग 5-6 लाख रूपये कोई अज्ञात बदमाश चुराकर ले गया है. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामला जांच में लिया. वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस आयुक्त हीरा नगर धैर्यशील येवले और थाना प्रभारी हीरानगर द्वारा थाना हीरानगर व सायबर सेल की अलग-अलग 3 टीमों का गठन किया गया.
पुलिस की अलग- अलग टीमों ने जाकर घटना स्थल और आस-पास के सीसीटीवी फुटेज चेक किये. फुटेज में दिखाई दे रहे संदेहियों का रूट ट्रैक करते हुए लगभग 250 कैमरे चेक किये गये. संदेहियों की पहचान की गयी. आरोपियों के संबंध मे जानकारी प्राप्त होते ही आरोपियों को ट्रेस किया गया. तीनों टीमो ने मिलकर आरोपी आदित्य उर्फ आदी ठाकुर, अमित उर्फ अम्मू अहिरवार, आकाश गेहलोद, रावसाब उर्फ मनीष सिंह यादव और यश रावत को पकड़ा गया. आरोपियों से पूछताछ कर उनके कब्जे से चोरी गये चाँदी के बर्तन व सिक्के, 4 लाख 2 हजार रूपये नगद, चोरी गये कपड़े एवं घटना मे प्रयुक्त 2 मोटर साईकल को बरामद किया गया है. आरोपियो से उक्त घटना के अतरिक्त अन्य घटनाओ के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है.
चोरी के बाद भाग गए थे उज्जैन
आरोपियों ने घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस से बचने के लिये रात मे ही इंदौर छोड़ दिया था. चोरी करके सीधे उज्जैन निकल गये. वहां सुनसान जगह पर चोरी किये गये पैसों का बंटवारा किया. घटना का मास्टर माईंड आदित्य साथी चारों आरोपियों को नासिक, पूणे, बाम्बे और गोवा घूमने का बोलकर फरार कर दिया. फरार सभी आरोपी पुलिस से बचने के लिये लगातार अपनी लोकेशन बदलते रहे. हीरानगर पुलिस की 3 टीमों में से एक टीम फरार आरोपियों की लोकेशन के पीछे लग गयी. दूसरी टीम ने आदित्य की तलाश की एवं तीसरी टीम विवेचना मे आरोपियो के विरूद्ध साक्ष्य एकत्रित किया.
नौकरी से निकाल दिया था
पकड़े आरोपियों मे आदित्य उर्फ आदी ठाकुर पूर्व मे फैक्ट्री मालिक की कंपनी में कार्य करता था, किन्तु कुछ समय पूर्व ही फैक्ट्री मालिक से घटना कारित करने वाले मुख्य आरोपी आदित्य की छोटी सी बात को लेकर विवाद हो गया था. तब फैक्ट्री मालिक ने आदित्य को नौकरी से निकाल दिया था, इसी बात का बदला लेने के लिये आदित्य ने अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया. उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी हीरानगर पीएल शर्मा, उनि. शिवराज सिंह, सउनि. सत्यनारायण पटेल, आर. राघवेन्द्र, आर. जगदीश, आर. रवीशंकर, आर. विश्वरतन परिहार, आर. जितेन्द्र, आर. विजय सिंह की सराहनीय भूमिका रही है.