इंदौर: मास्टर प्लान की एमआर 11 सड़क 8 मीटर की बस्ती के कारण उलझी हुई है. सड़क का बाकी हिस्सा दोनों तरफ से बन गया है. उक्त सड़क को आईडीए 73 करोड़ की लागत से बना रहा है. यह सड़क 60 मीटर चौड़ी है और 3.5 किलोमीटर लंबी है.आईडीए ने एबी रोड से बायपास तक साढ़े तीन किलोमीटर मास्टर प्लान की एमआर 11 सड़क बना दी है. 3.5 किलोमीटर में से 800 मीटर बस्ती का टुकड़ा नहीं बन पा रहा है. आईडीए द्वारा नगर निगम को उक्त बस्ती हटाने के कई बार पत्र लिखे गए हैं.
उक्त बस्ती नहीं हटाने के कारण मास्टर प्लान की उक्त सड़क अधूरी बनकर अनुपयोगी हो रही है. मास्टर प्लान की यह सड़क 60 मीटर यानी 250 फीट चौड़ी बन रही है और इसका करीब 2.5 किलोमीटर से ज्यादा हिस्सा बन चुका है. उक्त सड़क की निर्माण लागत 73 करोड़ रुपए है. इसका ठेका हाइवे इंफ्रास्ट्रख्र को दिया गया है. उक्त सड़क पर यातायात शुरू होने से देवास नाका के ट्रांसपोर्ट व्यापारियों को राहत मिलेगी. आईडीए द्वारा एबी रोड से बायपास जाने आने के लिए नई सड़क मिलने से भारी वाहन का दबाव शहर में कम हो जाएगा.
सड़क में 237 बाधक है बस्ती के
एमआर 11 सड़क में एबी रोड से नाले तक 25 और पीपलियाकुमार की बस्ती के 212 कच्चे पक्के निर्माण बाधक है. उक्त बस्ती को आईडीए ने नगर निगम से कई बार पत्र लिखकर हटाने की कारवाई का कहा है, लेकिन निगम द्वारा सड़क में बाधक उक्त बस्ती को हटाने की कारवाई अभी तक नहीं की गई है.
निम्न तरह से बन रही है एमआर 11 सड़क
60 मीटर चौड़ी सड़क में 21 मीटर का मैन कैरेज वे होगा. यानि 10.5-10.5 मीटर चौड़े दो मुख्य मार्ग है. 7-7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड होगी. सड़क के दोनों ओर 3-3 मीटर के साइकिल ट्रैक है. इसके बाद सड़क के दोनों तरफ 3.5-3.5 मीटर की फुटपाथ होगी. सड़क मुख्य मार्ग के बीच में 3 मीटर यानि 10 फीट चौड़ा डिवाइडर रहेगा. आईडीए सूत्रों के अनुसार यह शहर की सबसे खूबसूरत सड़क होगी.
