नयी दिल्ली 05 सितम्बर (वार्ता) भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत और रूस के चीन के हाथों खोने संबंधी बयान पर कोई प्रतिक्रिया करने से इंकार किया है लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति के व्यापार सलाहकार पीटर नवारों के बयानों को भ्रामक बताते हुए अस्वीकार कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में भारत अमेरिका संबंधों के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि दोनों देशों के बीच वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है और दोनों उसके एजेन्डे के प्रति बचनबद्ध हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि परस्पर सम्मान और साझा हितों के आधार पर ये संबंध आगे बढते रहेंगे।
श्री ट्रंप के सोशल मीडिया पर भारत, रूस और चीन से संबंधित एक पोस्ट के बारे में पूछे गये सवाल पर प्रवक्ता ने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। श्री नवारो के भारत के बारे में दिये गये बयानों पर उन्होंने कहा,“ हमने श्री नवारो की गलत और गुमराह करने वाली टिप्पणियों को देखा है और से हम उन्हें अस्वीकार करते हैं।”
उल्लेखनीय है कि श्री ट्रंप ने आज ट्रूथ सोशल पर एक संक्षिप्त पोस्ट में लिखा, “ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को अति रहस्यमयी और अति खतरनाक चीन के हाथों खो दिया है। ईश्वर करे कि उनका भविष्य दीर्घ और समृद्ध हो।”
इन टिप्पणियों के परिप्रेक्ष्य में भारत और अमेरिका के संबंधों के बारे में पूछे जाने पर श्री जायसवाल ने कहा कि इस बारे में भारत का रूख पहले भी स्पष्ट किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ संबंध भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, “ दोनों देशों के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है जो साझा हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के बीच परस्पर मज़बूत संबंधों पर आधारित है। हम उस ठोस एजेंडे पर हैं जिसके लिए दोनों देश प्रतिबद्ध हैं, और हमें उम्मीद है कि आपसी सम्मान और साझा हितों के आधार पर यह रिश्ता आगे बढ़ता रहेगा।” उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच अलास्का में संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा है। दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है और हम अपनी साझेदारी को मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
