तिरुवनंतपुरम 02 सितंबर (वार्ता) केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में व्यापक बदलाव आए हैं और सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को लागू किया गया है।
उन्होंने कहा, “आलोचनाओं के बावजूद हमने पाँच वर्षों में 62,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएँ क्रियान्वित कीं और आज यह आँकड़ा बढ़कर 90,000 करोड़ रुपये हो गया है। अकेले स्वास्थ्य क्षेत्र में केआईआईएफबी ने 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को सक्षम बनाया है।”
श्री विजयन ने सोमवार को यहाँ सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 180 करोड़ रुपये से अधिक की 15 नई परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए कहा कि ये नई सुविधाएँ रोगी देखभाल में क्रांतिकारी बदलाव लाएँगी और आम नागरिकों के लिए उपचार का बोझ कम करेंगी।
उन्होंने कहा कि तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज जिसे केरल की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का गौरव माना जाता है, न केवल राज्य बल्कि पड़ोसी क्षेत्रों की भी सेवा करता है। उन्होंने आगे कहा, “पिछले नौ वर्षों में ही इस संस्थान को मज़बूत बनाने के लिए 2,069 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिससे बुनियादी ढाँचे और रोगी देखभाल में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।”
उन्होंने केरल इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट फंड बोर्ड (केआईआईएफबी) की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर देते हुए कहा कि कई परियोजनाएँ जो केवल बजट के ज़रिए पूरी नहीं हो पातीं, इसके सहयोग से संभव हो पाईं।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने स्वास्थ्य विभाग को पतन की ओर ले जाने के प्रयासों की आलोचना की और आरोप लगाया कि ऐसे प्रयासों का उद्देश्य सरकारी अस्पतालों की जगह निजी अस्पतालों को लाना है।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा, “सरकारी अस्पताल लोगों, खासकर गरीबों के लिए बने रहने चाहिए। उन्हें कमज़ोर करने की चाहे जितनी भी कोशिशें की जाएँ, हम और भी मज़बूती से सेवा करते रहेंगे।”
