गुवाहाटी, 29 अगस्त (वार्ता) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2026 में होने वाले असम विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को यहां चुनावी बिगुल फूंक दिया।
श्री शाह ने गुवाहाटी में आयोजित पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए दावा किया कि असम में लगातार तीसरी बार सत्ता में आएगी। सम्मेलन में असम में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के 20,000 से अधिक नवनिर्वाचित पंचायत निकाय प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
श्री शाह ने घुसपैठियों के खिलाफ बेदखली अभियान के लिए मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के नेतृत्व वाली सरकार को श्रेय देते हुए कहा कि असम में पिछले साढ़े चार वर्षों में कुल 1,19,548 एकड़ वन, सत्र और अन्य सरकारी भूमि को अवैध अतिक्रमण के चंगुल से मुक्त कराया गया है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि असम में दो बड़ी समस्याएं थीं पहला, अवैध अतिक्रमण और दूसरा, बाल विवाह। जिसे मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली सरकार ने नाबालिग बच्चियों से विवाह करने वालों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया और साथ ही सरकार ने मठों की पवित्र भूमि से अतिक्रमण भी हटा दिया है, जिससे श्रीमंत शंकरदेव और माधवदेव की विरासत को पुनर्स्थापित किया जा सके।
श्री शाह ने मठों की भूमि पर अवैध अतिक्रमण को बढ़ावा देने के लिए असम की पिछली कांग्रेस सरकारों को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि कांग्रेस नेता गौरव गोगोई बेदखली अभियान का विरोध कर रहे हैं, लेकिन राज्य की भाजपा सरकार अवैध अतिक्रमण से हर इंच ज़मीन को मुक्त कराएगी। उन्होंने केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार और असम में श्री शर्मा के नेतृत्व वाली सरकार की कई विकासात्मक पहलों के लिए सराहना करते हुए कहा कि सुशासन के कारण ही भाजपा पंचायतों से लेकर लोकसभा और राज्यसभा तक जनादेश जीत रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने असम और पूर्वोत्तर में विकास की एक नयी दिशा की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित किया है कि ये पहल हर व्यक्ति तक पहुंचे।
श्री शाह ने सम्मेलन में मौजूद पंचायतों के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को भी बधाई दी और कहा कि सरकार द्वारा किए गए बदलाव को ज़मीनी स्तर तक पहुंचाने की ज़िम्मेदारी उनकी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अतीत में उग्रवादी संगठनों के साथ कई शांति समझौते करके क्षेत्र में शांति स्थापित करने के साथ ही पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में विश्वास का माहौल सुनिश्चित किया है।
