
नई दिल्ली, 29 अगस्त। भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर एक बेहद सकारात्मक खबर सामने आई है। साल 2023-24 में देश की औद्योगिक विकास दर में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इसके साथ ही, इस दौरान रोजगार सृजन में भी जबरदस्त उछाल आया है, जिससे देश भर में लगभग 2 करोड़ नए रोजगार पैदा हुए हैं।
विकास दर की मुख्य वजह
यह मजबूत विकास दर कई क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन का नतीजा है। खासकर, मैन्युफैक्चरिंग, निर्माण और सेवा क्षेत्रों में हुई प्रगति ने इस वृद्धि को गति दी है। सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ जैसी पहल और बुनियादी ढांचे में बड़े निवेश ने औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा, निर्यात में वृद्धि और घरेलू मांग में सुधार ने भी इस सकारात्मक रुख को बनाए रखने में मदद की है।
रोजगार सृजन में बड़ी छलांग
औद्योगिक विकास दर में वृद्धि का सीधा फायदा रोजगार बाजार को मिला है। लगभग 2 करोड़ नए रोजगारों का सृजन होना एक बड़ी उपलब्धि है, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था धीमी गति से बढ़ रही है। इन रोजगारों में बड़ी संख्या में कुशल और अर्ध-कुशल श्रमिकों को काम मिला है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है। सरकार की विभिन्न योजनाएं, जैसे कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
