
सीधी। कलेक्टोरेट के पीछे ग्राम पंचायत नौढ़िया के तालाब में दो मगरमच्छों के आने से लोगों में भारी दहशत है। यह मगरमच्छ यहां करीब एक पखवाड़े से देखे जा रहे हैं।सूचना मिलने पर वन विभाग एवं सोन घड़ियाल की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची लेकिन आहट पाकर मगरमच्छ तालाब के पानी के अंदर चले गए। तालाब के अंदर काफी घास एवं कमल के पौधों के बहुतायत में होने के कारण मगरमच्छों का रेस्क्यू नहीं हो सका। एक मगरमच्छ करीब 5 फिट एवं दूसरा करीब 3 फिट लम्बा है। मगरमच्छों के रेस्क्यू की जिम्मेदारी सोन घड़ियाल के ऊपर है।रेस्क्यू टीम द्वारा कहा गया कि मगरमच्छों को जाल से पकड़ने में सफलता नहीं मिलेगी। ऐसे में तालाब के अंदर जाल लगाने से पूर्व पानी में मौजूद घास एवं कमल के पेड़ों को हटाने की प्रक्रिया काफी सावधानी के साथ करनी पड़ेगी। इसके लिए आवश्यक संसाधन मुहैया होने के बाद ही मगरमच्छों का रेस्क्यू किया जायेगा। रेस्क्यू टीम द्वारा आसपास के रहवासियों को भी सचेत किया गया है कि जब तक मगरमच्छों का रेस्क्यू नहीं हो जाता तालाब से काफी दूर रहें। उधर चर्चा के दौरान नौढ़िया के कुछ लोगों का कहना था कि तालाब के बाहर मगरमच्छों को करीब एक पखवाड़े से देखा जा रहा है। तालाब के समीप लोगों की आहट मिलते ही मगरमच्छ पानी के अंदर छलांग लगा देते हैं। कुछ लोगों द्वारा तालाब के बाहर मौजूद मगरमच्छ का वीडियो भी बनाया गया है जिसके बाद मगरमच्छों की तालाब में मौजूदगी पुष्टि हुई। लोगों का कहना है कि शाम ढलने के बाद मगरमच्छ समीपी गौशाला तक पहुंच जाते हैं।
रेस्क्यू करने में सोन घड़ियाल की लापरवाही –
ग्राम पंचायत नौढ़िया के तालाब में दो मगरमच्छों के आने से लोगों में भारी दहशत है। शाम ढलने के बाद लोग घर के अंदर कैद हो जाते हैं। सोन घड़ियाल अभ्यारण्य के अधीक्षक तक को इसकी जानकारी है फिर मगरमच्छों का रेस्क्यू करने में लापरवाही बनी हुई है। लोगों का कहना है कि सीएम हेल्पलाइन में भी इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है। फिर भी अभी तक मगरमच्छों का रेस्क्यू नहीं किया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि सोन घड़ियाल अभ्यारण्य मछुआरों की मदद लेकर जाल के माध्यम से मगरमच्छों का रेस्क्यू कर सकता है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी बड़ी घटना होने का शायद इंतजार कर रहे हैं।
ज्यादा बारिश से नरहई नाला से पहुंचे मगरमच्छ
जिले में ज्यादा बारिश के दौरान सोन नदी से संबद्ध समीपी नरहई नाला के रास्ते दोनों मगरमच्छों के ग्राम पंचायत नौढ़िया के तालाब में एक पखवाड़े पूर्व आने की संभावना जताई जा रही है। स्थानीय रहवासियों का कहना है कि 15 अगस्त के पहले से मगरमच्छों को यहां देखा जा रहा है। यह मगरमच्छ दिन में तालाब के बाहर मौजूद रहते हैं। जीव जंतुओं का शिकार करने के लिए तालाब के आसपास विचरण करते हैं। शाम ढलने के बाद यह समीपी गौशाला तक पहुंच जाते हैं।
