तेहरान, 20 अगस्त (वार्ता) ईरान के अंतरराष्ट्रीय मामलों के उप विदेश मंत्री काजम गरीबाबादी ने कहा कि उन्होंने ईरान में रूसी प्रभारी राफेल गेवोरक्यान और ईरान में चीनी राजदूत कांग पेइवु के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 और ईरानी परमाणु मुद्दे के संबंध में ई3 देशों- यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और जर्मनी के रुख का मुकाबला करने के लिए संयुक्त उपायों पर बातचीत की।
पिछले सप्ताह फाइनेंशियल टाइम्स ने एक पत्र का हवाला देते हुए बताया कि ई3 देशों ने संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया है कि अगर तेहरान अगस्त के अंत तक परमाणु समझौते पर सहमत नहीं होता है तो वे ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं।
श्री गरीबाबादी ने कहा कि चीन जनवादी गणराज्य के राजदूत और ईरान में रूस के राजदूत के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 के संबंध में तीन यूरोपीय सरकारों के विनाशकारी रवैये से निपटने के लिए संयुक्त उपायों पर चर्चा की गई।
ब्रिटेन, जर्मनी, चीन, रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस और ईरान ने 2015 में संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने के बदले में प्रतिबंध हटा दिए गए। हालांकि संयुक्त राज्य अमेरिका 2018 में जेसीपीओए से हट गया और तेहरान पर फिर से प्रतिबंध लगा दिए। उसके बाद ईरान ने परमाणु अनुसंधान और यूरेनियम संवर्धन पर अपनी प्रतिबद्धताओं में धीरे-धीरे कमी लाने की घोषणा की।
