भोपाल। राजधानी में बड़े तालाब के एफटीएल क्षेत्र में स्थित दो मस्जिदों दिलकश मस्जिद और मोहम्मदी (भदभदा) मस्जिद को हटाने के आदेश ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। प्रशासन का कहना है कि ये धार्मिक स्थल जलाशय के संरक्षित क्षेत्र में बने हैं, इसलिए इन्हें हटाना जरूरी है। लेकिन इस आदेश के खिलाफ मुस्लिम संगठनों ने तीखा विरोध जताया है। उनका कहना है कि मस्जिदें वर्षों पुरानी हैं और इन्हें हटाने का निर्णय धार्मिक आस्थाओं से खिलवाड़ है। संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि आदेश पर अमल हुआ तो वे सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
इधर, हिंदू संगठनों ने भी मोर्चा खोल दिया है। उनका दावा है कि तालाब के संरक्षण और नियमों का पालन सर्वोपरि है, इसलिए यदि मस्जिदों को बचाने की कोशिश की गई तो वे बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे। इस टकराव ने शहर का माहौल गर्मा दिया है।
मामला अब न्यायालय तक पहुंच चुका है। वक्फ बोर्ड ने प्रशासनिक आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी है। कोर्ट में सुनवाई के बाद ही यह तय होगा कि इन मस्जिदों का भविष्य क्या होगा। फिलहाल, दोनों पक्षों की बयानबाजी और चेतावनियों ने राजधानी में तनाव पैदा कर दिया है।
