नयी दिल्ली 16 अगस्त (वार्ता) विदेश मंत्री डा़ॅ एस जयशंकर ने दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून के साथ अपनी वार्ता को सार्थक बताते हुए कहा है कि इससे द्विपक्षीय सहयोग मजबूत बनेंगे।
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री भारत यात्रा पर हैं और उन्होंंने शनिवार को यहां डा़ जयशंकर के साथ वार्ता की।
दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद डा़ॅ जयशंकर ने कहा कि कोरियाई विदेश मंत्री के साथ उनकी बातचीत सार्थक रही।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा , “ आज सुबह दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून से मिलकर प्रसन्नता हुई। व्यापार, विनिर्माण, समुद्री क्षेत्र और लोगों के बीच आदान-प्रदान के साथ-साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता, स्वच्छ ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र में नए अवसरों पर हमारे द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर उपयोगी चर्चा हुई। हिन्द-प्रशांत और समकालीन वैश्विक विकास पर भी विचारों का आदान-प्रदान हुआ। हमने विशेष रणनीतिक साझेदारी के 10 वर्ष पूरे होने पर बढते सामंजस्य और जुड़ाव की सराहना की।”
वार्ता शुरू होने से पहले डा़ॅ जयशंकर ने अपने प्रारंभिक वक्तव्य में कहा कि दक्षिण कोरिया के साथ रणनीतिक साझेदारी की 10वीं वर्षगांठ पर भारत दोनों देशोंं के बीच संबंधों को प्रगाढ बनाने तथा इन्हें नयी ऊंचाई पर ले जाने का इच्छुक है।
विदेश मंत्री चो का स्वागत और उन्हें कोरिया का विदेश मंत्री चुने जाने पर बधाई देते हुए डा़ॅ जयशंकर ने कहा कि अपने पुराने मित्र का नए सहयोगी के रूप में स्वागत करते हुए उन्हें प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरिया के राष्ट्रीय दिवस और भारत के स्वतंत्रता दिवस के ठीक एक दिन बाद उनका भारत यात्रा पर आना दोनों देशों के बीच रिश्तों के महत्व को दर्शाता है।
डा़ॅ जयशंकर ने कोरिया के राष्ट्रीय मुक्ति दिवस की शुभकामनाएं देते हुए का कहा ,“ यह यात्रा कई मायनों में बहुत ही महत्वपूर्ण समय पर हो रही है – यह हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी की 10वीं वर्षगांठ है, और मुझे कनाडा के कनानसकिस में आपके राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री के साथ रहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। वैसे यह एक बहुत ही अच्छी मुलाकात थी और मैं आपको बताना चाहूँगा कि उनके बीच बहुत गहरा रिश्ता था।”
